Donkey Route: ना पीने को साफ पानी, ना खाने को खाना! Shahrukh Khan की ‘Dunki’ के डंकी रुट्स का खौफनाक सच

ख़बर शेयर करें

Donkey Route: हाल ही में शाहरुख़ खान की मूवी डंकी रिलीज हुई। ये मूवी डंकी पास पर आधारित है। इस मूवी के रिलीज होने के साथ ही पूरे भारत में डोंकी पास की चर्चाएं तेज होने लगी ।अगर आप भी जानना चाहते हैं की शाहरुख़ खानी की ये मूवी जिस डोंकी पास पर बनी है वो क्या है तो ये आर्टिकल आपके लिए ही है।

Ad
Ad

dunki_route_
Donkey Route: ना पीने को साफ पानी, ना खाने को खाना! Shahrukh Khan की ‘Dunki’ के डंकी रुट्स का खौफनाक सच
शाहरुख़ खान की ‘डंकी’ फिल्म डंकी पास पर है आधारित
भारत में विदेश जाना बड़े गर्व की बात मानी जाती है। हर साल भारी संख्या में लोग एम्प्लॉयमेंट अप्पोरचुनिटीज़ और बेहतर जिंदगी के लिए अमेरिका, यूके या कनाडा जैसे देशों का रुख करते है।

कुछ लोग सही डॉक्यूमेंट्स के साथ लीगल रास्ते से जाते है। तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी है जो बिना किसी वीजा के इललीगल तरीके से विदेशों में जाते है। इसी पास को डंकी पास कहा गया है। इसी मुद्दे को शाहरुख़ खान की नई मूवी डंकी में भी उठाया गया है।

क्या है डंकी रूट?(What is Donkey Route)
आखिर कम समय में अमीर कौन नहीं होना चाहता। इस चाह के चलते कई लोग विदेश भी जाते हैं लेकिन उनमें से कुछ लोग एक ऐसी गलती कर देते हैं जिसका हरजाना कई बार उन्हें अपनी जान देकर भरना पड़ता है। क्योंकि जल्द से जल्द विदेश जाने की चाह में वो लोग डोंकी रूट अपनाते हैं।

डोंकी रूट एक ऐसा रास्ता है जिसके जरिए अवैध तरीके से लोग दूसरे देशों में जाते हैं। किसी भी दूसरे देश में इललीगल तरीके से एंट्री लेने को डोंकी और डंकी प्रोसेस या डंकी फ्लाइट का नाम दिया गया है।

donkey route illegal enter
Donkey Route: ना पीने को साफ पानी, ना खाने को खाना! Shahrukh Khan की ‘Dunki’ के डंकी रुट्स का खौफनाक सच
ट्रैवल एजेंट लोगों से लेते है इतने पैसे
भारत में लोगों को अवैध तरीके से बिना किसी कागजात के अमेरिका ब्रिटेन या कनाडा जैसे देशों में पहुंचाने का एक बहुत बड़ा नेटवर्क सालों से चलता आ रहा है। दरअसल सबसे पहले डोंकी प्रोसेस का यूज लोग सिर्फ यूके जाने के लिए किया करते थे।

लेकिन अब हर देश में अवैध तरीके से घुसने के लिए लोग इस डंकी प्रोसेस का इस्तेमाल करते हैं। दूसरे देश में जाने के इस प्रोसेस के लिए ट्रैवल एजेंट लोगों से करीब 40 से 50 लाख रूपये तक ले लेते हैं। आज की तारीख में डोंकी प्रोसेस का सबसे ज्यादा यूज अमेरीका जाने के लिए किया जाता है और अमेरीका पहुंच कर करियर बनाने की इस चाह में कई लोग अपनी जान तक गंवा देते हैं।

कितना खतरनाक है Donkey Route

डोंकी रूट के जरिए अमेरीका पहुंचना काफी खतरनाक है। अगर अवैध तरीके से किसी देश में घुसने के बाद आप पकड़े जाते हैं तो आप पर जेल जाने से लेकर बैन होने तक का खतरा बना रहता है। ये तो हुई देश में घुसने के बाद वाले खतरों की बात लेकिन देश में पहुंचने से पहले भी कई जानलेवा खतरे आपका इस डोंकी रुट में इंतजार कर रहे होते हैं।

अमेरिका में घुसने के हैं दो रास्ते
आपको बता दें की अमेरिका में घुसने के दो रास्ते हैं एक केनेडा से जो अमेरीका के नोर्दन बॉडर के साथ जुड़ा हुआ है। ये रास्ता सेफ तो है लेकिन यहां आपको -35 से -45 डिगरी तक का टेम्परेचर फेस करना पड़ सकता है। जिस कारण इस रूट से आना हर किसी के बस्कि बात नहीं है। ठंड के कारण कई लोग अपनी जान तक गंवा बैठते हैं।

अमेरीका का सदर्न बॉडर तक पहुंचाने वाला ये डोंकी रूट केनेडा वाले रास्ते से भी ज्यादा खतरनाक है। ये रास्ता इक्वाडोर से शुरू होता है। .इसके बाद कोलंबिया, पनामा जैसे देशों से होकर आप मेक्सिको पहुंच पाते हैं।

बेहद खतरनाक है पनामा जंगल का ये रास्ता
अब आपको अमेरीका का सदर्न बॉडर के रास्ते के खतरों के बारे में बताते हैं । जैसे ही आप कोलंबिया से पनामा की ओर जाते हैं तो बीच में एक घना जंगल पड़ता है।

darien-gap-migrants-jungle_
Donkey Route: ना पीने को साफ पानी, ना खाने को खाना! Shahrukh Khan की ‘Dunki’ के डंकी रुट्स का खौफनाक सच
जिसे डेरियन गैप कहा जाता है। इस जंगल से गुजरना सब के बस की बात नहीं है। क्योंकि ना यहां पीने को साफ पानी है, ना खाने को खाना। इसके अलावा जंगली जानवरों के साथ साथ यहां कई आपराधिक गिरोह भी रहते हैं जो इस डोंकी रूट से आने वाले लोगों के साथ लूटपाट करते हैं। यहां तक की उन्हें गोली भी मार देते हैं।

इस जंगल का रास्ता कितना कठिन है इसका अंदाजा आप सोशल मीडिया पर मौजूद वीडियोस से लगा सकते है। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इस जंगल के रास्तें की वीडियोस डाली है। जिसमें वो सभी को यही हिदायत देते है की विदेश जाने के लिए ये रास्ते न अपनाएं।

यूएस-मेक्सिको बॉर्डर पार करना है मुश्किल
पनामा को पार करने के बाद आपको ग्वाटेमाला नाम की जगह मिलेगी। ये डोंकी रूट का सबसे बड़ा को-ऑर्डिनेशन सेंटर है। इसी जगह पर पुराने एजेंट मेक्सिको जाने के लिए क्लाइंट को नए एजेंट के पास सौंप देते हैं।

US-Mexico-Border
Donkey Route: ना पीने को साफ पानी, ना खाने को खाना! Shahrukh Khan की ‘Dunki’ के डंकी रुट्स का खौफनाक सच
मेक्सिको पहुंचने के लिए लोगों को यूएस-मेक्सिको बॉर्डर पार करना पड़ता है लेकिन ये भी कम चैलेंजींग नहीं है। इस बॉर्डर की दीवार इतनी ऊंची है की कई लोग इसे कूदकर पार करते समय ही एक्सिडेंटली मर जाते हैं।

साथ ही मेक्सिको की इस सीमा पर अगर आप पकड़े जाते हैं तो आपको कैंपs में डाल दिया जाता है। फिर बात रही किस्मत कि इसके बाद अधिकारी तय करते हैं कि आपको शिविर में रखना है या नहीं।

लीजेंड एयरलाइंस की डंकी फ्लाइट को फ्रांस से भेजा भारत
हाल ही में एक डंकी फ्लाइट को भी फ्रांस से वापस भारत भेज दिया गया। इस फ्लाइट में 303 पैसेंजर सवार थे। दरअसल गुरूवार को लीजेंड एयरलाइंस का विमान दुबई से निकारागुआ जा रहा था। फ्यूल भरवाने के लिए जब ये फ्लाइट फ्रांस पर लैंड हुई।

Donkey Route
Donkey Route: ना पीने को साफ पानी, ना खाने को खाना! Shahrukh Khan की ‘Dunki’ के डंकी रुट्स का खौफनाक सच
तो फ्रांस के अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी। मानव तस्करी के शक की वजह से फ्रांस में चार दिन तक पैसेंजर्स को रोककर रखा गया। चार दिन की जांच के बाद 276 पैसेंजर्स को भारत वापस भेज दिया गया। तो वहीं 25 लोगों ने शरण के लिए आवेदन किया है।

रिपोर्टों की माने तो, भारतीय पैसेंजर्स ने मध्य अमेरिका जाने के लिए यात्रा का प्लान तैयार किया होगा। जहां से वो इललीगल तरीके से अमेरिका या कनाडा में जाने की कोशिश कर सकते थे। लेकिन इससे पहले ही इन्हें रोक दिया गया।

गुजराती परिवार की कनाडा-अमेरिका सीमा में मौत
बता दें की गुजराती परिवार के चार सदस्यों ने भी पिछले साल जनवरी में इललीगल तरीके से घुसने की कोशिश की थी। 39 साल के जगदीश पटेल अपनी पत्नी वैशाली बेन और दो बच्चों के साथ जिनकी उम्र 11 और तीन साल की थी, इललीगल तरीके से अमेरिका में घुसने की कोशिश कर रहे थे।

patel family froze to death near us-canada border
Donkey Route: ना पीने को साफ पानी, ना खाने को खाना! Shahrukh Khan की ‘Dunki’ के डंकी रुट्स का खौफनाक सच
रिपोर्ट्स की माने तो परिवार भारत से टोरंटो आया था। ओंटारियो से इस परिवार ने अमेरिका में घुसने की कोशिश की। लेकिन ये परिवार बॉर्डर पार नहीं कर सका। अमेरिकी बॉर्डर से केवल 12 मीटर दूर इनके शव बरामद हुए। परिवार ने लोग बूट और गर्म कपड़े पहने हुए थे। लेकिन ये माइनस 35 डिग्री टेम्परेचर के लिए पर्याप्त नहीं थे।