देवर भाभी के अवैध संबंध के चलते पति को देनी पड़ी जान
मध्यप्रदेश के रीवा में देवर भाभी के नजायज संबंध के चलते की पति की हत्या, मृतक सुनील पाल की पहली पत्नी खत्म हो गई थी। जिसके कारन चार साल पहले दूसरी महिला से विवाह किया था। विवाह के कुछ ही दिनों बाद दोनों के बीच अनबन होने लगी। ऐसे में पत्नी अपने पति को छोड़ देवर से प्यार करने लगी। और धीरे से यह बात फैलने लगी। प्रेम प्रसंग की भनक लगने पर पति अपनी दूसरी पत्नी से मारपीट करने लगा। जिसके बाद देवर व भाभी ने मिलकर मृतक को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया।
वारदात वाली रात मई महीना 2021 को घर में समोसा आया। फिर समोसे की चटनी में चूहा मारने की दवाई मिलाकर पति को खिला दिया। जिसको खाने के बाद मृतक बेहोश हो गया। बेहोशी की हालत में धारदार हथियार से गला काट दिया। जब मृतक की साँस रुकी तो उसकी पत्नी ने इस बात की खबर अपने देवर को दे दी। जिसके बाद फिर उसके देवर ने अपने भाई अंजनी को लेकर घटनास्थल पर पंहुचा।मृतक जिंदा न बचे इसलिए धारदार हथियार से उसके देवर ने पति का गला काट बोरी में भर दिया।
दूसरे दिन महिला के देवर ने साइकिल से लाश वाली बोरी लेकर अपने चाचा रामपति पाल के खेत पहुंचा। वहां भूसा वाली अहरी में ले जाकर लाश रख दी। इस काम में उसके चाचा का लड़का गुड्डू पाल, भाई सूरज पाल, अंजनी पाल ने भूसा के अंदर शव को छिपाने में मदद की थी। 25 अक्टूबर को प्रमोद पाल पुत्र रामनारायण 28 वर्ष निवासी उमरी श्रीपत ने मऊगंज थाने में कंकाल मिलने की सूचना दी। इसके बाद पुलिस निबिहा गांव के बेलूहा बांध के नजदीक भाठी जंगल पहुंची। मर्ग कायम पर पुलिस ने एफएसएल टीम को बुलाकर जांच कराई तो हत्या निकली।
कंकाल के साथ हाथ का कडा, धागा, कलर किए बाल, बनियान, शर्ट पैंट मिला। पुलिस ने सोशल मीडिया के माध्यम कंकाल की शिनाख्ती शुरू की। तभी आसपास के लोगों ने उमरी श्रीपत निवासी रामसुशील पाल पुत्र मोहन पाल 42 वर्ष के रूप कंकाल की शिनाख्ती की। गांव वालों ने पुलिस को बताया कि मृतक दूसरी शादी विटोल पाल उर्फ रंजना पाल से किया था।
साथ ही डेढ़ वर्ष से गांव में नजर नहीं आ रहा है। वहीं पत्नी विटोल पाल गांव में ही रह रही थी। चर्चा है कि पति और पत्नी के बीच अक्सर झगड़ा होता था। जांच के दौरान मऊगंज पुलिस ने पत्नी पर हत्या का संदेह जाहिर किया। ऐसे में आईपीसी की धारा 302, 201 का अपराध दर्जकर विटोल पाल को पुलिस ने खोजना शुरू किया। इसी बीच हलिया थाना मिर्चापुर उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की। उसने बताया कि मेरी दूसरी शादी रामसुशील पाल से हुई थी। लेकिन शादी के बाद से दूसरा पति आए दिन विवाद करता था। उसका परिवार में भी जमीन विवाद चल रहा था। पुलिस ने गुलाब पाल को गिरफ्तार कर पूछताछ की।
उसने सभी मददगारों का नाम लिया। कहा कि 17 माह से ज्यादा दिनों तक भूसा में लाश रहने के कारण कंकाल बन गई। इधर भूसा खत्म होने लगा। ऐसे में 24 अक्टूबर को बोरी लाकर नाले में फेंक दिया था। पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 120 बी बढ़ाई। इसके बाद विटोल पाल उर्फ रंजना पाल पति स्व. रामसुशील 40 वर्ष, देवर गुलाब पाल पुत्र मोहन पाल 35 वर्ष, अंजनी पाल पुत्र मोहन पाल 38 वर्ष, रामपति पाल पुत्र रमई पाल 65 वर्ष को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं गुड्डू पाल और सूरज पाल फरार है। जिनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
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