करोड़ों के नोटों के बिस्तर पर सोता था DEO Rajnikant Praveen, इतना मिला पैस कि मंगानी पड़ गई नोट गिनने की मशीन


बिहार के पश्चिमी चंपारण (बेतिया) के जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) रजनीकांत प्रवीण (Rajnikant Praveen) के ठिकानों पर हुई विजिलेंस टीम की छापेमारी में बड़ा खुलासा हुआ है। छापेमारी के दौरान उनके बेड से 1.87 करोड़ रुपए बरामद हुए। इसी बेड पर रजनीकांत सोता था।
कैश के अलावा, सोने-चांदी के आभूषण और कई प्रॉपर्टी के कागजात भी जब्त किए गए हैं। माना जा रहा है कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, बरामद संपत्तियों की सूची और लंबी हो सकती है। इस घटना के बाद शिक्षा विभाग ने रजनीकांत प्रवीण को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
नालंदा से हैं रजनीकांत प्रवीण (DEO Rajnikant Praveen Raid)
नालंदा जिले के गिरियक प्रखंड स्थित पोखरपुर गांव के रहने वाले रजनीकांत प्रवीण के पिता राधिका रमण शिक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। तो वहीं उनके छोटे भाई कुंदन कुमार वर्तमान में बिहार में बीडीओ के पद पर हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि रजनीकांत पिछले 15 वर्षों से अपने पैतृक आवास नहीं आए हैं। वे कभी-कभार पूजा-पाठ के लिए आते थे और दो-एक दिन रुकने के बाद वापस लौट जाते थे।
पत्नी के स्कूल पर भी छापेमारी
उनकी पत्नी डॉ. सुषमा कुमारी दरभंगा में बिरला ओपन माइंड स्कूल की फ्रेंचाइजी चलाती हैं। छापेमारी के दौरान उनके स्कूल में भी जांच की गई। शुरुआती जांच में रजनीकांत प्रवीण और उनकी पत्नी के नाम से कई बैंक खाते, लॉकर और बड़ी-बड़ी एफडी का पता चला है। उनके बच्चों के नाम पर भी बड़ी रकम की एफडी मिली हैं।
आय से अधिक संपत्ति का मामला
ये कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत पर की गई। गुरुवार सुबह विजिलेंस की विशेष टीम ने एक साथ रजनीकांत प्रवीण के बेतिया, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी सहित कुल सात ठिकानों पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान उनके घर में बोरियों में भरे नकदी और बिस्तर के नीचे छिपाकर रखे रुपये मिले, जिन्हें गिनने के लिए नोट गिनने वाली मशीन मंगानी पड़ी।
कहां-कहां रहे पोस्टेड?
बिहार राज्य शिक्षा विभाग के 45वें बैच के अधिकारी रजनीकांत प्रवीण ने 2005 में नौकरी शुरू कर दी थी। उन्होंने दरभंगा, समस्तीपुर आदि कई जिलों में शिक्षा अधिकारी के रूप में अपनी सेवा दी। उनकी पत्नी पहले संविदा शिक्षिका थीं। लेकिन बाद में उन्होंने नौकरी छोड़कर स्कूल की निदेशक के रूप में काम संभाल लिया।
बरामद संपत्ति और कार्रवाई जारी
अब तक की जांच में 1.87 करोड़ रुपये नकद, सोने-चांदी के आभूषण और कई प्रॉपर्टी के दस्तावेज जब्त किए गए हैं। कार्रवाई अभी जारी है और छापेमारी पूरी होने के बाद ही रजनीकांत प्रवीण की संपत्ति और अनियमितताओं का पूरा ब्यौरा सामने आएगा। इस घटना ने बिहार के शिक्षा विभाग और प्रशासन पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं
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