लड़ाई आर-पार की: गौला संघर्ष समिति का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन प्रारम्भ

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report by-GAGAN JOSHI.

गौला नदी में खनिज ढुलाई के मूल्य को लेकर चल रहे विवाद और संघर्ष ने आज आंदोलन की स्पष्ट राह पकड़ ली, विगत कई दिनों से वाहन स्वामियों और स्टोन क्रेशर स्वामियों तथा जनप्रतिनिधियों के बीच चल रही मुलाकातों, वार्तालाप और ज्ञापनों से कोई भी निर्णय नहीं निकलने के कारण, आज अंततः वाहन स्वामियों को अपनी रोजी-रोटी के लिए आंदोलन करने को मजबूर होना पड़ा।

गौला संघर्ष समिति के बैनर तले आखिरकार आज गौला से संबंधित वाहन स्वामी अनिश्चितकालीन धरने में बैठ गए, विगत 8 दिनों से सरकार से काफी गुहार लगाने के बाद कोई सफल निर्णय सरकार नहीं ले पाई और ना ही अधिकारियों ने इस विषय पर कोई रुचि ली है, जिससे मजबूर होकर वाहन स्वामी मोटाहल्दू चौराहे पर अनिश्चितकालीन धरने में बैठ गए। आज बैठक में तय किया गया यथा शीघ्र ही एक महापंचायत बुलाई जाएगी तत्पश्चात डीएम कार्यालय का घेराव भी किया जाएगा। दर्जनों वाहन स्वामियों ने नेशनल हाईवे 109 मोटाहल्दू के किनारे टेंट लगाकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।

वाहन स्वामियों का कहना है कि पिछले वर्ष जब गौला नदी में खनन बंद हुई तब ढुलाई का रेट ₹31 प्रति कुंटल से लेकर ₹34 प्रति कुंतल था जो कि अलग-अलग स्टोन क्रेशर में अलग अलग था, लेकिन इस वर्ष प्रारंभ से ही क्रेशर स्वामियों ने संयुक्त रुप से वाहन स्वामियों का शोषण करने का मन बना लिया जिसके चलते क्रेशर स्वामियों ने खनिज ढुलाई का रेट ₹25 प्रति कुंटल खोला है जो किसी भी दृष्टि और मापदंड से न्याय पूर्ण नहीं है। ग्राम प्रधान रमेश चंद्र जोशी (वाहन स्वामी) का कहना है कि कम से कम ₹40 प्रति कुंतल का रेट मिलने पर ही हमें कुछ बचत आएगी जिससे हम अपना घर परिवार चला सकेंगे और बैंकों से लिया हुआ कर्जा चुका सकेंगे। अपनी समस्याओं के समाधान के निवारण हेतु गौला संघर्ष समिति ने इस क्रम में नारा दिया है ‘जब तक उचित रेट नहीं तब तक गेट नहीं’, गौला संघर्ष समिति का कहना है जब तक वाहन स्वामियों को उचित रेट नहीं दिया जाता तब तक खनन के लिए कोई भी गेट नहीं खोला जाएगा। अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन प्रतिदिन सुबह 10 से सांय 5 बजे तक किया जाएगा और यह तब तक जारी रहेगा जब तक उक्त समस्या का समाधान नहीं होता।

गौला संघर्ष समिति ने आज संचालन समिति का भी गठन किया जिसमें मुख्य रुप से संचालन मंडल के सदस्य बलवंत सिंह मेहरा, मनोज बिष्ट, ग्राम प्रधान रमेश चंद्र जोशी, जीवन बोरा, प्रवीन दानू, पूर्व ग्राम प्रधान चंद्रशेखर पंत, मदन उपाध्याय और हरीश चौबे शामिल हुए।

धरना प्रदर्शन के प्रथम दिन कई जनप्रतिनिधियों का आना जाना लगा रहा जिनमें जिला पंचायत सदस्य डॉ. मोहन बिष्ट और भारतीय जनता पार्टी के युवा नेता जिला अध्यक्ष प्रदीप बिष्ट मुख्य रहे।

ग्राम प्रधान रमेश चंद जोशी, प्रधान विपिन जोशी, शंकर जोशी, पूर्व ग्राम प्रधान चंद्रशेखर पंत, प्रेम मिश्रा, बी डी खोलिया, डॉ बालम सिंह बिष्ट, वाहन स्वामी हेमचंद दुर्गापाल, राजेश चौबे, नवीन चंद्र जोशी, ललित मोहन जोशी ,पूरन चंद पांडे, गोपाल दत्त, अरविंद कुमार भट्ट, पूरन चंद जोशी, हर्षवर्धन पंत, हरीश चौबे, लक्ष्मी दत्त पांडे, अमित भट्ट, अनिल पन्त, हेम चंद्र जोशी, गोकुल भट्ट, संतोष पाठक, दीपक जोशी, महेश पांडे, राजेंद्र सिंह, पूरन शर्मा, कैलाश चंद्र पांडे, जीवन जोशी, चंद्रशेखर जोशी, मदन पंत, नन्दू जोशी, निरंजन जोशी, रमेश, महिपाल, मुन्ना, प्रमोद कुमार पांडे के संग क्षेत्र के तमाम वाहन स्वामी सम्मिलित रहे।