सीएम साहब क्या लैंड जिहाद के साथ नशे के जिहादियों पर भी चलेगा बुलडोजर,यहाँ लोनिवि एवं राजस्व की जमीन पर बैठे नशे के सौदागर

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अधिकारियों की लापरवाही से लामाचौड चौराहे पर बैठे नशे के जिहादियों पर कोई कार्यवाही नहीं.

अवैध शराब के साथ ही चरस गांजा समेत कई तरह के नशे का इनका फलता फूलता कारोबार इन्हें करोड़पति बना गया इसके बावजूद सभी सरकारी सुविधाओं का भी ले रहे हैं लाभ

हल्द्वानी एसकेटी डॉट कॉम

प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी का लैंड जिहाद पर करारा प्रहार किया जा रहा है. वन विभाग की भूमि पर किसी भी तरह के अतिक्रमण पर सरकार की जोड़ी नजर बनी हुई है और देश में 100 से अधिक हेक्टेयर की भूमि को अतिक्रमण कार्यों से मुक्त करा दिया गया है जिसकी चारों और प्रशंसा की जा रही है.

लेकिन कई ऐसी जमीने है जो राजस्व और लोक निर्माण विभाग अधीन आती है यहां पर भी कई वर्षों से अतिक्रमण कारी बैठे हुए हैं लेकिन अधिकारी इनकी और आंखें तेरी करने के बजाए आंखें बचाते हुए दिखाई देते हैं. कई बार शिकायतें होने के बाद तथा शराब और नशे के कारोबार के चलते इन इन परिवारों ने कई परिवारों को बेगम करके रख दिया है. इसी काली कमाई के चलते यह अभी भी पुलिस और प्रशासन की बड़ी कारवाही के दायरे में नहीं आए हैं. जिला बदर होने के साथ ही नशे की धाराओ मैं गिरफ्तार होने के बाद यह बार-बार काली कमाई के बल पर पुनः छूट पर आ जाते हैं.

स्थानीय प्रधानों द्वारा सरकारी धन से उपलब्ध कराए गए शौचालय

जिला बदर की फाइल एक बार तैयार हो चुकी थी लेकिन कलेक्ट्रेट नैनीताल में अग्निकांड के चलते वह फाइल जल गई और उसके बाद इन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. क्षेत्री लोगों से जानकारी हासिल करने के बाद यह पता चलता है कि इन लोगों ने इस काली कमाई के चलते आसपास के गांव में बड़े अच्छी संख्या में प्लॉट और मकान बना लिए हैं क्षेत्र के ईसाई नगर, गुनीपुर जीवानंद नई आबादी तथा नाथूपुर मैं इनके प्लॉट तथा मकान बने हुए हैं मकान तो इनके द्वारा किराए पर भी लगाए हुए हैं लेकिन इसके बावजूद यह चौराहे के पास ही झोपड़ियों में रहकर अपना धंधा चमकाए हुए हैं

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इन परिवारों में से एक महिला कुछ दिन पूर्व लामाचौड चौकी अंतर्गत गिरफ्तार की गई थी जिस पर नशे की बिक्री का प्रमाण भी पुलिस को मिला था. इससे पहले भी कई बार पुलिस इन पर एनडीपीसी एक्ट के तहत कार्यवाही कर चुकी है लेकिन इनका असर भी इन पर नहीं पड़ता है.

कुछ दिन पूर्व आम्रपाली चौकी पुलिस द्वारा सुनीता पत्नी प्रकाश सागर को 300 ग्राम चरस के साथ पकड़ा था तू तो यह भी बताते हैं कि वास्तव में पुलिस ने अधिक मात्रा में चरस पकड़ी लेकिन उसे 300 ग्राम ही दिखाया गया

बताया जाता है कि यह अपनी काली कमाई की दौलत से पुलिस को भी प्रभावहीन कर चुकी है सूत्र यह भी बताते हैं कई बार स्पेशल पुलिस टीमें इन पर कार्यवाही करने के लिए पहुंचती है लेकिन उससे पहले इनके सूत्र इन्हें छापामारी की सूचना दे देते हैं जिससे यह अपना शराब एवं नशे का सारा सामान समेट कर दूसरी जगह रख देते हैं और पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ता है. क्षेत्र की जनता कई बार इन पर कार्रवाई की मांग कर चुकी है लेकिन लेकिन उनकी मांग इनकी काली कमाई के चमत्कार के आगे नक्कारखाने की तूती बनकर रह जाती है.

जिन लोगों पर नशे का आरोप है उनमें मुख्य रूप से राजू सागर पुत्र कमल लाल, पूरन सागर पुत्र कमल लाल, धर्मेंद्र सागर पुत्र प्रकाश सागर, राजकुमार सागर पुत्र कमल लाल, सुनीता सागर पत्नी प्रकाश लाल, रवि सागर पुत्र सुरेश सागर इसके अलावा पूरन सागर की दोनों पत्नियों पर भी नशे तथा शराब का कारोबार करने का आरोप है

क्षेत्रीय लोग यह भी बताते हैं कि साधन संपन्न बन जाने के बाद अभी भी यह सभी तरह की सरकारी सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं यहां के ग्राम प्रधान अपने कुछ निजी हितों के चलते उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दे रहे हैं. सरकारी पैसे से शौचालय तथा कुटीर ज्योति जैसी विद्युत सुविधाएं भी इन्हें हासिल है. कई प्लॉट तथा मकान होने के बावजूद यह सड़क के किनारे नाले के ऊपर जो कि राजस्व विभाग की जमीन होती है और पीडब्ल्यूडी की सड़क पर अवैध रह रहे हैं तहसील का खाता खतौनी विभाग अगर इस बात की छानबीन करें कि जो प्लॉट और मकान है उनकी रजिस्ट्री अभी निबंधक कार्यालय से ही हुई होंगी. जहां से इनका पूरा कच्चा चिट्ठा भी खुल सकता है.

जिले में अतिक्रमण के खिलाफ कई बार अभियान चलाया जाता है जो कि कुछ ही गलियों में सिमट कर रह जाता है तथा अतिक्रमण टीम के वापस जाते ही फिर दोबारा से अतिक्रमण अपनी जगह लौट आता है. लेकिन लामाचौड चौराहे के पास का अतिक्रमण कभी भी पुलिस और प्रशासन की निगाहों के सामने नहीं आया है बल्कि यह है कि अधिकारियों की है हिम्मत नहीं रही है कि वह इन पर कार्यवाही करने की आंख दिखा सकें पुलिस पूरे क्षेत्र में नशे के खिलाफ अभियान चलाए हुए हैं लेकिन इनके खिलाफ पुलिस का अभियान भी दिखता नहीं है. अतिक्रमणकारियों कि इतने हौसले बुलंद है कि कई बार यह पुलिस पर हमला भी कर चुके हैं इसकी वजह से पुलिस कि यहां पर हाथ डालने से बचती है एक बार यहां पर चेकिंग करने वाली पुलिस टीम के कॉन्स्टेबल शाही को पीट कर उसे अपने कुत्ते से भी कटवा दिया था.

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