टीबी के मरीजों की करिए मदद, कम्यूनिटी सपोर्ट के लिए इस लिंक से जुड़े

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जनभागीदारी के सहारे भारत ने कई बीमारियों को हराया है और इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में पूरा देश जनभागीदारी के सहारे 2025 तक टीबी मुक्त भारत अभियान की तरफ बढ़ चला है। वहीं उत्तराखंड भी इस दिशा में कदम बढ़ा रहा है।

उत्तराखंड सरकार का लक्ष्य है कि 2025 से पहले ही 2024 तक उत्तराखंड को टीबी मुक्त बनाया जाये। इस अभियान में जनभागीदारी एक क्रांतिकारी कदम है। इसके तहत आम लोग, राजनैतिक लोग, सरकारी संस्थाएं, कॉरपोरेट, गैर सरकारी संगठन अपने नजदीकी टीबी प्रभावित ब्लॉक, वार्ड या फिर घर से टीबी के किसी मरीज को गोद ले सकेंगे।

उस मरीज को पौष्टिक भोजन और उपचार में मदद मुहैया करा सकेंगे।
दरअसल देश में हर साल लाखों लोग टीबी से ग्रसित हो जाते हैं। इस गंभीर चुनौती से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है। उत्तराखंड के स्वास्थ्य विभाग ने भी राज्य को टीबी मुक्त बनाने के लिए कमर कस ली है।

उत्तराखंड में टीबी के लगभग 15,000 मरीज चिन्हित किए गए हैं। राज्य में 13 जिला टीबी नियंत्रण केंद्रों, 95 टीबी यूनिट्स और 154 बलगम जांच केंद्रों के जरिए टीबी मरीजों की जांच और उपचार सुनिश्चित किया जा रहा है। टीबी मरीजों के उपचार में पोषण बेहद महत्वपूर्ण होता है। साथ ही निःक्षय मित्र तैयार किये जा रहे हैं जो कि टीबी मरीजों को गोद लेंगे एवं पोषक आहार प्रदान करेंगे ताकि टीबी के मरीज को सहयोग प्रदान हो। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री उत्तराखंड की आमजनमानस से अपील है कि निःक्षय मित्र बने एवं nikshay.in पर community support पर रजिस्टर करें।