By-Election : उपचुनावों के लिए कांग्रेस ने कसी कमर, दिग्गज नेता प्रचार के लिए मोर्चे पर उतरे

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उत्तराखंड में दो सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव में कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। कांग्रेस ने भी उपचुनाव के लिए अपनी कमर कस ली है। कांग्रेस के चार दिग्गज नेता लोकसभा चुनावों में मिली हार का बदला लेने के लिए मोर्चे पर उतर चुके हैं। सभी पार्टी प्रत्याशियों के लिए प्रचार कर रहे हैं।


लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था। इसी हार का बदला लेने के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है। बद्रीनाथ और मंगलौर सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस के दिग्गज नेता मैदान में उतर गए हैं। पूर्व सीएम हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, विधायक प्रीतम सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल पार्टी प्रत्याशी के लिए प्रचार कर रहे हैं।

मंगलौर सीट पर कांग्रेस पलड़ा भारी
मंगलौर सीट बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी का निधन होने के कारण उपचुनाव हो रहा है। यहां कांग्रेस और बसपा के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। इस सीट पर बसपा ने सरबत करीम अंसारी के बेटे को ही मैदान में उतारा है। जबकि कांग्रेस ने पूर्व विधायक काजी निजामुद्दी को और भाजपा ने राज्य के बाहर से लाए गए करतार सिंह भड़ाना को मैदान में उतारा है।

बता दें कि पिछले विधानसभा चुनावों में काजी निजामुद्दी बेहद ही कम वोटों के अंतर से हारे थे। जिस कारण मंगलौर सीट पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस का पलड़ा भारी बताया जा रहा है। हालांकि बीजेपी जीत हासिल करने के लिए पूरी कोशिश कर रही है।

बद्रीनाथ सीट पर जबरदस्त मुकाबला
बद्रीनाथ सीट की बात करें तो यहां राजेंद्र भंडारी के इस्तीफा देने के कारण उपचुनाव हो रहा है। राजेंद्र भंडारी के भाजपा में जाने के बाद उन्हें ही प्रत्याशी चुना गया है। जबकि कांग्रेस ने यहां से लखपत बुटोला को मैदान में उतारा है। दोनों के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही है। कांग्रेस इस सीट पर चुनाव जीतने के लिए तैयारियों में जुट गई है।

कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल यहां जमकर प्रचार कर रहे हैं। इस सीट पर कांग्रेस उपचुनाव कराने को लेकर ही मुद्दा बना रही है। कांग्रेस का कहना है कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राजेंद्र भंडारी ने जो दल बदल कर लोगों को भरोसा तोड़ा है उसका जवाब उन्हें उपचुनाव में मिलेगा