धारचूला का पुल बहने से कई स्थानों से टूटा संपर्क

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पिथौरागढ़- मॉनसून का महीना आने के साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन और बाढ़ की आने की संभावनाएं बढ़ जाती है और एक ऐसा ही मामला पिथौरागढ़ जिले के धारचूला क्षेत्र से सामने आ रहा है यहां पर गत रात्रि हुई मूसलाधार बारिश के कारण काली नदी में बाढ़ आ गई जिसकी वजह से धारचूला-लिपुलेख मोटर मार्ग पर कुलागाड़ में बना आरसीसी पुल बह गया। इस पुल के बहने से धारचूला की दारमा, व्यास, चौंदास घाटी का संपर्क कट गया। बारिश और मलबा आने से चीन सीमा को जोड़ने वाली चार सड़कों समेत जिले की 19 सड़कें बंद हो गई हैं। भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। गत रात्रि धारचूला से 10 किमी दूर स्थित रांथी के कुलागाड़ में वर्ष 1999 में बना 157 फुट लंबा आरसीसी का पुल बह गया जिससे चौंदास के 14, व्यास के सात और दारमा के 30 गांवों का संपर्क कट गया है।

लोगों का कहना है कि बारिश तो सामान्य थी लेकिन ऊपरी क्षेत्रों से आए मलबे का बहाव इतना अधिक था कि कुलागाड़ में बना पुल काली नदी में समा गया।एनएचपीसी में लगे सीआईएसफ के जवानों ने ग्रिफ के जेई को इसकी सूचना दी। पुल बहने की सूचना के बाद बीआरओ के चीफ इंजीनियर और कमांडेंट ने मौका मुआयना किया। पुल बहने के बाद सड़क के दोनों और सैकड़ों वाहन फंस गए हैं। फिलहाल पैदल आवाजाही के लिए ग्रिफ ने अस्थायी पुल बना दिया है।