भाजपा ने नवरात्रि का तोहफा (दायित्व)देकर कार्यकर्ताओ को किया खुश, आखिर रामनगर क्यों रहा उपेक्षित !

ख़बर शेयर करें

रामनगर skt. Com

Ad

नवरात्रि से पहले भारतीय जनता पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं को दायित्व देकर खुश करने का प्रयास किया है। दो चरणों मे 38 कार्यकर्ताओं को विभिन्न परिषदों निगमो और आयोगों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के पद से नवाजा गया है । जिससे कार्यकर्ताओं में खुशी है कि उन्हें संगठन ने देर आए दुरुस्त आये के तर्ज पर कुछ न कुछ देकर उनका सम्मान किया है ।

वहीं कुछ ऐसे कार्यकर्ता है जो अपना सम्मान नहीं होने से दुखी जरूर होंगे क्योंकि कई ऐसे कार्यकर्ता है जो काफी लंबे समय से पार्टी के लिए अपना पूरा योगदान देते आ रहे हैं ऐसे समय में जब पार्टी को उन्होंने कई सालों की मेहनत के बाद लगातार दूसरी बार सत्ता आने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हो और उनकी कहीं न कहीं उपेक्षा हो रही हो तो ऐसे में निश्चित रूप से उन्हें कहीं ना कहीं मायूसी जरूर हो रही है ।

ऐसे में हम देखते हैं की पार्टी ने किस तरह से आकलन कियाहोगा और लोगों को बड़ी जिम्मेदारी दी है ऐसा भी दिख रहा है कि सत्ता के नजदीकी लोगों को यह प्रसाद बड़ी आसानी से मिल गया जबकि बड़े लंबे समय से पार्टी के लिए मेहनत कर रहे और संगठन के लिए अपना तन मन धन अर्पित करने के बाद भी उन्हें सम्मान के लायक भी नहीं समझा गया ।

कुमाऊं और गढ़वाल की बात करें तो इस बार भी गढ़वाल क्षेत्र की अधिक कार्यकर्ताओं को सम्मान मिला है वही हम कुमाऊं की बात करें तो यहां की सबसे बड़ी राजनीतिक रूप से अपनी भूमिका निभाने वाले नैनीताल जिले में से इन 38 महानुभाव मे सिर्फ चार लोगों को ही यह सम्मान मिला है । जिनमें तीन हल्द्वानी से तथा एक नैनीताल है। या यह समझ लें कि शांति मेहरा कालाढूंगी क्षेत्र से है।

वही रामनगर विधानसभा जो लगातार दोनों बार भारतीय जनता पार्टी के खाते में गई है से भी कोई कार्यकर्ता लगातार तीन बार दायित्व बांटने के बाद सम्मान के लायक नही समझा गया। हर बार की भांति इस बसर भी भी कार्यकर्ता खाली हाथ रह गया।

यहां पर कई ऐसे कार्यकर्ता है जो कि लंबे समय से पार्टी के लिए समर्पित रहे हैं ऐसे में रामनगर में निवास कर रहे महेश्वर सिंह मारा को सम्मान जरूर मिला है लेकिन वह सल्ट विधानसभा का प्रतिनिधियों करते है।

वही रामनगर की बात करें तो विधायक दीवान सिंह बिष्ट के अलावा कई ऐसे कार्यकर्ता हैं। जो लगातार पार्टी के लिए समर्पित है जिनमें मनीष अग्रवाल, राकेश नैनवाल गणेश रावत संजय डोरबी, भगीरथ चौधरी समेत कई ऐसे कार्यकर्ता है जो लंबे समय से पार्टी के प्रति समर्पित रहने होने की साथ ही योग्यता भी रखते हैं।

मनीष अग्रवाल मंडल अध्यक्ष रहने के साथ ही कई सालों तक पार्टी का कार्यालय अपने दम पर चलातेआए हैं। इसके अलावा कोरोना काल में उन्होंने कई हजार राशन की किट बांटी है। पार्टी ने जब भी उन्हें कोई जिम्मेदारी दी है तो उन्होंने उसे हाथों-हाथ पूरा करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है ।इसके अलावा लंबे समय से गणेश रावत, राकेश नैनवाल भी लगातार पार्टी के लिए समर्पित रहे हैं ।रामनगर से अभी तक तीन बार दायित्व वितरण में किसी को भी इस सम्मान के योग्य नहीं समझा गयानिश्चित रूप से यह कर्मठ कार्यकर्ताओं की उपेक्षा ही माना जाएगा यह समझा जाए की इन कार्यकर्ताओं की हाई लेवल पर सेटिंग नहीं है ,या संगठन ने इन्हें सिर्फ काम करने वाला घोड़ा समझकर सत्ता में आने पर खाली खेत में छोड़ दिया है ।

विधानसभा क्षेत्र की अपेक्षा निश्चित रूप से आने वाले समय में पार्टी के लिए झकझोड़ने वाला हो सकता है। पार्टी का संगठन यहां के कार्यकर्ताओं की योग्यता और कर्मठता को भांप नहीं पाता है जिसकी वजह से यहां अब तक नगर पालिका से लेकर नगर निगम तक बड़े लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी काबिज नहीं हो पाई है ।यह समझा जाए कि काबिल होने वाले लोगों को पार्टी ने टिकट में भी उपेक्षा की है।

नोट- यह लेख संपादक का अपना आंकलन है। किसी को खुश या नाराज करने का कोई मापदंड नही अपनाया है। मंत्रीपद वितरण में रामनगर का संज्ञान भी लिया जा सकता है। जो कि शीघ्र संभव है