बिग ब्रेकिंग-लक्ष्य सेन इतिहास रचने से एक कदम दूर, यहाँ उत्तराखंड के गृह नगर में उत्साह
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उत्तराखंड के अल्मोड़ा के युवा लक्ष्य सेन इतिहास रचने से सिर्फ एक कदम दूर पर है सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद अब उनका लक्ष्य चीनी खिलाड़ी को हराना है जिसके बाद वह स्वर्ण पदक के लिए जोर लगाएंगे
भारत के युवा बैडमिंटन स्टार और उत्तराखंड के अल्मोड़ा के निवासी लक्ष्य सेन पेरिस ओलंपिक-2024 में मेंस सिगल्स के सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपे के चाउ टिन चेन को मात देकर अंतिम-4 में जगह बनाई और इतिहास रचा।
उनकी इस उपलब्धि पर देश के साथ-साथ उत्तराखंड में उनके गृह नगर अल्मोड़ा में भी जश्न का माहौल है। पूरा देश उनसे पदक की उम्मीद लगाए हुए है।
लक्ष्य ओलंपिक सेमीफाइनल में पहुंचने वाले भारत के पहले पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। अगले मैच में उनका सामना मौजूदा ओलंपिक चैंपियन डेनमार्क के विक्टर एक्सलसेन से होगा।
अगर लक्ष्य विक्टर को हरकार सेमीफाइनल में जीत हासिल कर फाइनल में जगह बना लेते हैं तो वह देश के लिए कम से कम सिल्वर मेडल पक्का कर लेंगे। लक्ष्य सेन अल्मोड़ा के रहने वाले हैं।
उनके पिता डीके सेन, प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन एकेडमी बेंगलुरु में बैडमिंटन कोच हैं। लक्ष्य सेन भी इसी अकादमी से जुड़े हैं। लक्ष्य सेन के सेमीफाइनल में पहुंचने पर अल्मोड़ा में हर्ष का माहौल है।
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