प्राण प्रतिष्ठा से पहले Ram Mandir के मुख्य पुजारी नाराज, रामलला की वायरल तस्वीरों पर कही ये बात

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Ram Mandir प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने नाराजगी जताई है। उन्होनें कहा कि जहां नई मूर्ति है वहीं प्राण प्रतिष्ठा के नियम हो रहे हैं। अभी शरीर को कपड़े से ढक दिया गया है, जो आंख खुली हुई मूर्ति दिखाई गई वो सही नहीं है। प्राण प्रतिष्ठा से पहले नेत्र नहीं खुलेंगे। यदि ऐसी तस्वीर आ रही है तो इसकी जांच होगी कि ऐसा किसने किया है।

अनुष्ठान करने के लिए होता है नियमों का पालन
वहीं राम मंदिर (Ram Mandir) के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि जो व्यक्ति अनुष्ठान करता है उसे फर्श पर सोना होता है, झूठ नहीं बोलता, गायत्री मंत्र का जाप करता है। पत्ते पर भोजन करना होता है और ब्रह्मचर्य का पालन करना होता है।

बता दें कि गुरुवार की देर रात श्रीराम मंदिर के गर्भगृह से रामलला की नई तस्वीर सामने आई थी। इस तस्वीर में भगवान का चेहरा ढका गया था। इसके बाद शुक्रवार की सुबह फिर एक और तस्वीर सामने आई जिसमें उनके पूरे स्वरुप को देखा जा सकता है। रामलला एक हाथ में धनुष और दूसरे हाथ में बाण धारण किए हुए हैं।

Ram Mandir में राम मूर्ति की खासियत
मूर्ति की खास बात ये है कि इसे श्याम शिला में बनाया गया है। इस पत्थर पर किसी तरह का असर नहीं पड़ता है। किसी भी तरह के एसिड या अन्य पदार्थ से ये पत्थर खराब नहीं होगा और ये हजारों सालों तक ऐसे ही बना रहेगा। चंदन, रोली आदि लगाने से मूर्ति की चमक खराब नहीं होगी। पैर की अंगुली से ललाट तक रामलला की मूर्ति की कुल ऊंचाई 51 इंच है। चयनिच मूर्ति का वजन 150 से 200 किलो है। मूर्ति के ऊपर आभामंडल व मुकुट होगा। श्रीराम की भुजाएं घुटनों तक लंबी है। मस्तक सुंदर, आंखे बड़ी व ललाट भव्य है। कमल दल पर खड़ी मुद्रा में मूर्ति, हाथ में तीर व धनुष होगा। मूर्ति में पाच साल के बच्चे की बाल सुलभ कोमलता झलकेगी।