स्पेस में फंसी Astronaut Sunita Williams साल 2025 तक कैसे करेंगी सर्वाइव? जानें स्पेस स्टेशन में क्या-क्या है सुविधा?

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Sunita Williams ready to go to space once again

Sunita Williams ready to go to space once again

भारतवंशी सुनीता विलियम्स (Astronaut Sunita Williams) एक और अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर के साथ पांच जून को बोइंग स्टारलाइनर से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन गई थी। जिसके बाद से वो अब तक पृथ्वी पर वापस नहीं लौटी है। उड़ान भरने के दस दिन बाद सुनिता को वापस लौटना था।

लेकिन दो महीने से ज्यादा का समय हो गया है और वो अभी भी अंतरिक्ष में ही है। इसकी वजह है स्टारलाइनर कैप्सूल में गड़बड़ी। हाल ही में नासा ने इस बारे में अपडेट साझा करते हुए बताया था कि वो और उनके साथी अगले साल ही पृथ्वी पर लौट पाएंगे। ऐसे में चलिए जानते है कि सुनीता इतने महीने स्पेस स्टेशन में कैसे सर्वाइव करेंगी।

Sunita Williams reached space
Sunita Williams reached space

Astronaut Sunita Williams को नहीं है कोई खतरा

दरअसल 5 जून को बोइंग स्टारलाइनर से Astronaut Sunita Williams स्पेस स्टेशन पहुंची। लेकिन अचानक हीलियम लीक और थ्रस्टर्स की दिक्कत की वजह से सुनिता विलियम्स और बैरी विल्मोर स्पेस स्टेशन में ही फंस गए। लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें की सुनीता और विलमोर को स्पेस स्टेशन में किसी बात का कोई खतरा नहीं है। ये दोनो अगले 6 महीने तक स्पेस स्टेशन पर आराम से रह सकते हैं। इस स्पेस स्टेशन में 7 एस्ट्रोनॉट्स और मौजूद हैं।

स्पेस स्टेशन में ये चीजें है मौजूद

स्पेस स्टेशन के एरिया की बात करें तो ये इतना बड़ा है की यहां इन सातों के अलावा भी अभी और एस्ट्रोनॉट्स आराम से रह सकते हैं। इस स्पेस स्टेशन में छह बेडरुम से ज्यादा की जगह है। साथ ही इसमें छह स्लीपिंग क्वार्टस भी हैं। यहां 2 बाथरूम और एक जिम भी है।

Astronaut Sunita Williams

Sunita Williams की अभी क्या है स्थिति?

नासा का कहना है की अगर स्टारलाइनर सही नहीं हुआ तो space x के क्रू ड्रैगन मिशन के जरिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर एक स्पेसक्राफ्ट जाने वाला है। जिसमें भारतीय एस्ट्रोनॉट ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला समेत तीन और एस्ट्रोनॉट्स जाएंगे। हो सकता है की सितंबर में जब ये कैप्सूल वापस आए तो उसमें सुनीता और विलमोर भी लौट आएं। लेकिन इसमें 8 महिने का समय भी लग सकता है। हांलाकि तब तक कार्गो सप्लाई के जरिए एस्ट्रोनॉट्स को खाना पहुंचाया जा रहा है ताकी एस्ट्रोनॉट्स को सर्वाइव करने में कोई दिक्कत ना आए