#Aadikelash पंच कैलाशों में दूसरा धाम है आदिकैलाश, जानें पंच कैलाश के बारे में

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हिमालयी क्षेत्र में स्थित पंच कैलाशों में से आदि कैलाश एक है। जो कि दूसरा प्रमुख धाम है। पहले स्थान पर तिब्बत स्थित कैलाश पर्वत है। जबकि तीसरा, चौथा और पांचवा स्थान पर शिखर कैलाश, किन्नौर कैलाश और मणिमहेश हैं। जो कि हिमाचल प्रदेश में स्थित हैं।

हिमायल की गोद में स्थित हैं पंच कैलाश

कैलाश के बारे में तो सभी जानते हैं। कहा जाता है कि कैलाश पर्वत पर भगवान शिव रहते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हिमायल की गोद में चार और कैलाश हैं जिन्हें मिलाकर पंच कैलाश बनता है। पंच कैलाश में कैलाश पर्वत, आदि कैलाश, शिखर कैलाश, किन्नौर कैलाश और मणिमहेश हैं।

1. कैलाश मानसरोवर

पंच कैलाश में पहले स्थान पर तिब्बत स्थित कैलाश पर्वत है। जिसे कि कैलाश मानसरोवर भी कहा जाता है। कैलाश पर्वत तिब्बत और चीन में समुद्र तल से 6,638 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। मानसरोवर झील से घिरे होने के कारण कैलाश बहुत ज्यादा खूबसूरत लगता है। बता दें कि कैलाश पर्वत हिन्दू, जैन, बौद्ध और सिखों का पवित्र धार्मिक स्थल है।

PACH KAILSAH

2. आदि कैलाश (छोटा कैलाश)

कैलाश पर्वत के बाद आदि कैलाश जिसे कि छोटा कैलाश भी कहा जाता है उसे पवित्र माना जाता है। आदि कैलाश देवभूमि के पिथौरागढ़ जिले में स्थित है। इस स्थान के बारे में कहा जाता है कि जब भगवान शिव अपनी बारात लेकर जा रहे थे तब उन्होंने आदि कैलाश पर अपना पड़ाव डाला था। यहां से थोड़ी दूरी पर ही पार्वती सरोवर और भगवान शिव और पार्वती का एक मंदिर भी है।

PACH KAILSAH

3. शिखर कैलाश (श्रीखंड कैलाश)

पंच कैलाश में तीसरे स्थान पर शिखर कैलाश आता है। शिखर कैलाश जिसे श्रीखंड कैलाश के नाम से जाना जाता है समुद्र तल से 5,227 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। जो कि हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में स्थित है। कहा जाता है कि जब भगवान विष्णु ने भागवान शिव से वरदान पाए भस्मासुर का नृत्य करने के लिए राजी कर लिया था। तो नाचते हुए उसने अपना हाथ इसी स्थान पर सिर पर रख लिया था और खुद भस्म हो गया था। कहा जाता है कि हर कोई शिखर कैलाश (श्रीखंड कैलाश) के दर्शन नहीं कर पाता है।

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4. किन्नौर कैलाश (किन्नर कैलाश)

किन्नौर कैलाश पंच कैलाश में चौथे स्थान पर आता है। जो कि हिमाचल प्रदेश की किन्नौर घाटी में स्थित है। इसे किन्नर कैलाश पर्वत या फिर किन्नौर कैलाश के नाम से भी जाना जाता है। ये समुद्र तल से 5,300 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यहां पर बर्फीली पहाड़ी पर 79 फीट ऊँचा शिवलिंग है। सबसे खास बात ये है कि ये शिवलिंग त्रिशूल के आकार का दिखाई देता है। किन्नौर कैलाश पर्वत के पास में ही पार्वती कुंड स्थित है। ऐसा कहा जाता है कि इस कुंड को देवी पार्वती ने खुदवाया था।

मणिमहेश कैलाश (चंबा कैलाश)
पंच कैलाश में पांचवे स्थान पर मणिमहेश कैलाश आता है। जो कि हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में स्थित है। इसे चंबा कैलाश के नाम से भी जाना जाता है। मणिमहेश कैलाश समुद्र तल से 13,000 फीट की ऊँचाई पर स्थित है। इसके पास में ही एक झील है। ऐसा कहा जाता है कि इस झील में डुबकी लगाने से सारे पाप धुल जाते हैं