मद्महेश्वर को जोड़ने वाला पुल बहा, 250 श्रद्धालु फंसे, 120 यात्रियों का किया रेस्क्यू

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रुद्रप्रयाग में हो रही मूसलाधार बारिश ने तबाही मचाई हुई है। जिसके चलते आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। द्वितीय केदार मद्महेश्वर पैदल मार्ग से लेकर मंदिर तक फंसे 250 श्रद्धालुओं में से 120 श्रद्धालुओं को रेस्क्यू कर लिया गया है। जबकि अन्य लोगों के लिए रेस्क्यू कार्य जारी है।

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120 यात्रियों का किया रेस्क्यू
बता दें रविवार रात को हुई मूसलाधार बारिश के चलते मद्महेश्वर पैदल मार्ग पर बणतोली के पास पैदल पुल बह गया था। जिसके चलते पुल के दूसरे छोर से लेकर मंदिर तक 250 श्रद्धालु फंस गए थे। इसमें से 120 श्रद्धालुओं का रेस्क्यू कर लिया गया है।

जानकारी के मुताबिक ऊखीमठ एसडीएम जितेंद्र वर्मा ने बताया कि पुल के दूसरे छोर से लेकर मंदिर तक 250 श्रद्धालु फंस गए थे। इसमें से 120 श्रद्धालुओं का रेस्क्यू कर लिया गया है। जबकि जल्द ही अन्य लोगों का भी जल्द रेस्क्यू कर लिया जाएगा। पुल बहने के कारण द्वितीय केदार यात्रा ठप हो गई है।

मद्महेश्वर को जोड़ने वाला पुल बहा
बता दें घंटो तक हो रही लगातार बारिश के चलते गाड़-गदेरों के साथ ही मधु गंगा और सरस्वती नदी में मलबा आने से जलस्तर बढ़ गया था। इसके चलते सरस्वती नदी पर बना पैदल स्टील गार्डर पुल का एक हिस्सा बह गया।

पुल के बहने से द्वितीय केदार मद्महेश्वर का गौंडार गांव समेत तहसील मुख्यालय ऊखीमठ और जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग से संपर्क कट गया है