24 गाँवो के लोग तरसे पानी को विधायक और अधिकारी गायब, आंदोलन की चेतावनी

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नैनीताल एसकेटी डॉट कॉम

नैनीताल विधानसभा क्षेत्र के 24 गांव में लोगों को पानी की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है विधायक सरिता आर्या वोट लेने के पश्चात इन गांव की खबर लेनेतक को तैयार नहीं है 24 गांव के अलावा कई स्कूलों के बच्चे भी पानी के लिए तरस रहे हैं। पंपिंग योजना खराब होने के बाद लोग गांव के गधेरो से पानी ढोने को मजबूर है। क्षेत्र के पूर्व जिला पंचायत सदस्य गणेश मेहरा ने प्रशासन से कहा कि यदि जल्दी गांव की पेयजल की व्यवस्था को सुधारा नहीं गया तो एक बड़े आंदोलन को खड़ा किया जाएगा जिसकी जिमेदारी प्रशासन की होगी।

जानकारी के मुताबिक नैनीताल का एक बड़ा इलाका पानी की समस्या झेल रहा है.. चुनाव में इस पूरे इलाके से बीजेपी को खूब वोट मिले लेकिन अब जब पानी की समस्या से पूरा इलाका परेशान है लेकिन कोई नेता इनकी सुध लेने नहीं आ रहा है। हालात इतने ज्यादा खराब हैं कि पिछले एक हफ्ते से पानी की एक बूंद नलों से नहीं टपकी है लेकिन विधायक सरिता आर्या व कोई अधिकारी इनकी सुध लेने को तैयार नहीं है। हालाकि पूर्व जिला पंचायत सदस्य गणेश मेहरा ने जल संस्थान के अधिकारियों को ज्ञापन देकर जल्द कार्रवाई की मांग की है।.

दरअसल पिछले कुछ दिनों से पानी का संकट लगातार इस इलाके में है तो पिछले एक हफ्ते से 24 गाँवों पर पानी का संकट बन गया है। खमारी सारी पम्पिंग योजना बंद होने से मंगोली, कालीचौड़,पोखरीधार खमारी गजार देवीधार चौणीधार के साथ कई स्कूलों में पानी का संकट बन गया है।

पूर्व जिला पंचायत सदस्य गणेश मेहरा ने पत्र में कहा है कि इस पम्पिंग योजना के खराब होने से पूरे इलाके में पेयजल के गम्भीर संकट पैदा हो गया है और स्कूली बच्चों से लेकर स्थानीय लोग गदेरे से पानी ढोने को मजबूर हो गये हैं। अपने पत्र में पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने स्थानीय लोगों की आवाज उठाते हुए कहा है कि इंसानों के साथ जानवरों को भी पानी का संकट बन गया है और लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं जिससे बीमारी फैलने का खतरा बन गया है।साथ ही प्रशासन को कहा है कि पानी नहीं होने से लोग शौचालय बंद कर खुले में शौंच जाने को भी मजबूर हैं। इस पूरे क्षेत्र के लोगों ने आगाह किया है कि जल्द अगर पेयजल नहीं मिला तो वे आन्दोलन को विवश होंगे…