पलायन को रोकने के लिए युवाओं की पहल, 90 प्रतिशत खाली हो चुके गांव को फिर किया आबाद

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उत्तरकाशी जिल में पलायन को रोकने के लिए युवाओं ने की ऐसी पहल की 90 प्रतिशत खाली हो चुके गांव को पूरी तरह से आबाद कर दिया है। युवाओं की इस पहल की हर तरफ तारीफ हो रही है।

पलायन का दंश झेलते पहाड़ लगातार हो रहे खाली
सीमांत जनपद उत्तरकाशी में शिक्षा और रोजगार के नाम पर लगभग हर गांव खाली हो रहा है। आप किसी भी गांव में जाएंगे तो खाली पड़े मकान दिखेंगे। पहाड़ों के लगभग हर गांव की कहानी यही है। यहां के लोग शिक्षा और रोजगार को लेकर पलायन कर रहे हैं। दिन-प्रतिदिन गांव खाली हो रहे हैं। पलायन के कारण उत्तराखंड में सैकड़ों गांव घोस्ट विलेज बन गए हैं।

पलायन को रोकने के लिए युवाओं की पहल रंग लाई
उत्तरकाशी में कोविड के बाद हर गांव मे पलायन करने वाले लोग गांव वापस लोटे और लगभग दो साल तक गांव मे भी रहे। गांव में खेती-बाड़ी तो थी पर समस्या थी पैसों की क्योंकि पैसे के बिना कोई काम होना मुश्किल था। ऐसे मे उत्तरकाशी जिले के दूरस्थ क्षेत्र गाजणा पट्टी के गोरसाड़ गांव के युवाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर विचार कर गांव के लोकल प्रोडक्ट को बाजार मे उतारकर उसे स्थानीय लोगों की आजीविका को जोड़ने का प्रयोग किया।

पूरे गावं को दिया रोजगार
आज उद्गम सोसायटी के माध्यम से यहां के लोगों ने वलेनो नाम से ब्रांड बनाकर यहां के लोकल प्रोडक्ट को बाजार मे बेचने का जोखिम उठाया। शुरूआत में कई समस्याओं का सामना करने के बाद आज गांव की महिलाओं और युवाओं को घर मे बैठकर रोजगार मिल रहा है। इन ग्रामीणों के द्वारा बनाए गए लोकल जैम, टोमाटो सोंस, लिंगडे के अचार, तिमले के अचार, स्थानीय मिर्च से बनी चिल्ली सोंस और माल्टे के जूस की डिमांड देश के साथ-साथ विदेशों मे भी बढ़ रही है।

पीएम मोदी ने भी किया था युवाओं की पहल का जिक्र
उत्तराखंण्ड मे ग्लोबल समिट के दौरान जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देहरादून आए थे तो उन्होंने भी इन युवाओं की पहल का जिक्र किया था। सबसे बड़ी बात ये है कि 90 प्रतिशत पलायन कर चुके इस गांव की 35 प्रतिशत आबादी गांव लौट चुकी है।

इसके साथ ही इस पहल के बाद यहां के युवाओं मे स्वरोजगार की भावना भी जाग रही है। ऐसे मे उत्तराखंण्ड के गांवों को पलायन को रोकने मे अगर सरकार इन जैसे युवाओं को सहयोग करें तो वो दिन दूर नही जब पलायन की मार झेल रहे गांव दोबारा आबाद होने लगेंगे।