#Yashpal #aryaनेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने ठोकी ताल, लोकसभा चुनावों के लिए यहां से पेश की दावेदारी

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उत्तराखंड कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य की बीते दिनों लोकसभा चुनाव ना लड़ने की बात सामने आ रही थी। इसी बीच ता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने इस बात को साफ करते हुए नैनीताल, उधमसिंह नगर लोकसभा सीट से दावेदारी पेश की है।

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नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने पेश की दावेदारी
उत्तराखंड कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने नैनीताल, उधमसिंह नगर लोकसभा सीट पर अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर दी है। हल्द्वानी स्थित अपने आवास पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्होंने हमेशा से पार्टी के हर फैसले का सम्मान किया है। पार्टी के हर छोटे और बड़े नेता को साथ लेकर चलने का काम किया है। पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ताओं की ये मांग है की वो नैनीताल, उधम सिंहनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़े।

नैनीताल, उधमसिंह नगर लोकसभा सीट से लड़ेंगे चुनाव
यशपाल आर्य ने कहा कि इन दोनों सीटों की कई विधानसभा में वो चुनाव लड़कर सदन में क्षेत्र की आवाज को उठा चुके हैं। जिससे उनको क्षेत्र की हर भौगोलिक और राजनैतिक परिस्थितियों के बारे में अच्छे से पता है। अगर पार्टी आलाकमान ने उन पर भरोसा जताया तो वह पूरी मजबूती से नैनीताल, उधमसिंह नगर लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ेंगे।

पार्टी आलाकमान का निर्णय सर्वोपरि
यशपाल आर्य ने कहा पार्टी आलाकमान का हर निर्णय उनके लिए सर्वोपरि है। अगर आलाकमान ने उनको लोकसभा चुनाव लड़ने का आदेश किया तो वो पूरी मजबूती से चुनाव लड़ेंगे। बता दें कि यशपाल आर्य ने अपनी राजनीतिक पारी की 1977 के आम चुनाव के बाद शुरू की। 1984 में वो अपने गांव में ग्राम प्रधान बने। इसके बाद 1989 में खटीमा से विधायक बने। फिर साल 1991 के चुनाव में हार कर 1993 में वो फिर से जीते। 1996 में फिर से खटीमा से हारे। इसके बाद वो 2002 और 2007 में आरक्षित सीट मुक्तेश्वर और 2012 में बाजपुर से विधायक बने।

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साल 2002 में यशपाल आर्य विधानसभा अध्यक्ष बने। इसके साथ ही साल 2007 से लेकर 2014 तक यशपाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहे। इसके बाद साल 2017 में उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर ली। जिसके बाद वो फिर से बाजपुर के विधायक बने। भाजपा सरकार में वे परिवहन, समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण और आबकारी विभागों के मंत्री रहे। इसके बाद उन्होंने एक बार फिर से घर वापसी की और साल 2021 में उन्होंने दोबारा से कांग्रेस ज्वाइन कर ली।