क्या दुनिया से खत्म हो जाएंगे पुरुष? गायब हो रहे Y क्रोमोसोम्स, डराने वाली है ये नई स्टडी
क्या दुनिया से पुरुषो को अंत हो जाएगा? ये हम नहीं कह रहे है। ये एक रिसर्च में दावा किया जा रहा है। अभी हाल ही में एक रिसर्च आई जिसने दुनिया को हिलाकर रख दिया है। इस नई रिसर्च के मुताबिक पुरुषों के अस्तित्व के लिए बेहद जरूरी Y क्रोमोसोम्स धिरे-धिरे गायब होने लगा है।
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इसका मतलब साफ है की दुनिया में लड़के पैदा नहीं होंगे।अगर ऐसा हुआ तो धरती के सारे मेल्स खत्म हो जाएंगे और एक ऐसा वक्त आएगा जब धरती के हर कोने में सिर्फ महिलाएं ही होंगी। पुरुषों का वजूद क्या सच में खतरे में पड़ सकता है? क्या वाकई हमारा आने वाला भविष्य ऐसा ही होगा? आइए, जानने की कोशिश करते हैं कि क्या कहती है ये नई रिपोर्ट।
कैसे रिवील होता है जेंडर
हाल ही में आए इस नए अधियन ने पुरुषों के अस्तित्व पर ही सवाल उठा दिया है। Y क्रोमोसोम्स का खत्म होना कहीं ना कहीं इस बात की ओर इशारा करता है की आने वाले वक्त में सारे पुरुष धरती से खत्म हो जाएंगे और सिर्फ महिलाएं ही इस धरती में दिखाई देंगी।
Y क्रोमोसोम के खत्म होने की बात करें उससे पहले जरा समझ लेते हैं की आखिर ये होता क्या है और क्यों Y क्रोमोसोम जरूरी है।
ये तो हम सब ही जानते हैं की हमारी बॉडी सेल्स से बनी हुई है। हर एक सेल में 23 पेयर ऑफ क्रोमोसोम होते हैं। जिनमें से सबसे लास्ट याने की 23RD सेट जो क्रोमोसोम का है वो बच्चे का जेंडर डिसाइड करता है की बच्चा मेल है या फिमेल।
Y क्रोमोसोम्स हो रहे विलुप्त
दरअसल, इस चौंका देने वाली रिसर्च के मुताबिक, 30 करोड़ साल पहले X और Y क्रोमोसोम मेल बॉडी में बराबर संख्या में मौजूद थे।लेकिन फिर वक्त के साथ Y क्रोमोसोम ने बड़ी तादाद में अपने ACTIVE GENES खोने शुरु कर दिए। ये जिन लॉस इतना ज्यादा हुआ की अब Y क्रोमोसोम जो मेलस की बॉडी में 900 थे, वो घटकर सिर्फ 55 रह गए हैं।
बताया जा रहा है अगर इन ACTIVE GENES के घटने का सिलसिला यूं ही जारी रहा तो आने वाले 4.6 मिलियन सालों में Y क्रोमोसोम पूरी तरह से गायब हो सकते हैं। इस रिपोर्ट के आने के बाद कई अहम सवाल खड़े हो रहे हैं। जैसे क्या पुरुषों का वजूद खतरे में है?अगर y क्रोमोसोम गायब हो जाता है तो क्या धरती में कोई पुरुष पैदा नहीं होगा?हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि Y क्रोमोसोम के बिना भी धरती पर जिंदगी पॉसिबल है।
Y क्रोमोसोम्स के बिना भी धरती पर जिंदगी है मुमकिन!
दरअसल प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंस नाम के जनरल में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक कुछ समय पहले चूहों की दो वैराइटी ने भी अपना Y क्रोमोसोम लॉस किए थे। आज भी ये दोनों वैराइटी सर्वाइव कर रही हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इन चूहों ने अपने अंदर एक नया मेल क्रोमोसोम डेवलप कर लिया।
इसी आधार पर वैज्ञानिक मान रहे हैं की आने वाले वक्त में इंसानों के अंदर भी कुछ ऐसा ही नया मेल क्रोमोसोम डेवलप हो जाएगा। इसके अलावा वैज्ञानीक भविष्य में आर्टिफिशियल Y क्रोमोसोम बनाने के काम में भी लगे हैं। जिससे इस समस्या का समाधान हो सकता है।अब सवाल ये है कि क्या पुरुषों का अस्तित्व बचाए रखने में विज्ञान कामयाब होगा, या फिर हम वाकई एक नए युग की दहलीज पर खड़े हैं?
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