प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के नाम पर ठगी करने वाले तीन गिरफ्तार

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देहरादून में एसटीएफ की टीम ने प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले तीन शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि ये लोग सहस्त्रधारा रोड के अमित बिहार कॉलोनी में एक फर्ज़ी कार्यालय संचालित कर रहे थे। आरोपियों के खिलाफ लोगों को प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के तहत झांसा देने का आरोप है।


2 हज़ार से 10 हज़ार रुपए तक की करते थे मांग
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया की एसटीएफ को एक लीड मिली थी। जिसके बाद टीम ने सहस्त्रधारा रोड के अमित विहार में छापा मारा। वहां पर यह गिरोह प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के बारे में लोगों को फोन कर योजना का लाभ देकर लोन लेने के लिए कहते हैं। साथ ही उनसे इंश्योरेंस के तौर पर 2000 रुपए और रिफंडेबल के रूप में आरटीजीएस के तहत 5000 से 10 हज़ार रुपए तक की मांग करते थे। एसटीएफ ने मौके से 3 अभियुक्तों के साथ 1 लैपटॉप, 13 मोबाइल फोन, 6 पासबुक, 4 सिम कार्ड व अन्य सामान भी बरामद किया है।


फर्ज़ी विज्ञापन अपलोड कर करते थे ठगी
आयुष अग्रवाल ने मामले की जानकारी देते हुए बताया की पहले ये गैंग फेसबुक में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना तथा मुद्रा लोन के बारे में फ़र्ज़ी विज्ञापन अपलोड कर लोगो को फोन करते थे। जिन लोगों को लोन की जरूरत होती थी। उन लोगों से उनका आधार कार्ड, बैंक डिटेल और छोटी मोटी संपत्ति की जानकारी मांग उनसे प्रोसेसिंग फीस और इंश्योरेंस के नाम पर 2000 रुपए लेते थे। फिर उन्हें मैसेज किया जाता कि आपका लोन स्वीकृत हो चुका है।


क्यूआर कोड भेज कर करते थे धोखाधड़ी
लोन की किस्त की एवज में कई लोगों से 5200 रुपए से लेकर 10200 रुपए तक रिफंडेबल पेमेंट बताकर फर्जी मोबाइल नंबरों के व्हाट्सएप से क्यूआर कोड भेज कर धोखाधड़ी की जाती थी। फिर लोन लेने वाले को बताते थे कि रिफंडेबल पैसे 45 दिन बाद वापस हो जाएंगे। इसके कुछ ही दिन बाद यह ग्रुप फ़ोन नंबर बंद कर देता था।