सात दिन तक प्रस्तावित सत्र दो दिनों में सिमटा, बिना चर्चा पास हो गए कई बिल

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उत्तराखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र जिसे सात दिनों के लिए प्रस्तावित किया गया था वो महज दो दिनों में सिमट गया। मंगलवार को शुरु हुआ सत्र बुधवार को अनिश्चिकाल के लिए स्थगित हो गया। विधानसभा प्रशासन की ओर से इस संबंध में अधिसूचना भी जारी हो गई है।


आपको बता दें कि मंगलवार को विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरु हुआ था। शुरु होने से पहले ये सत्र सात दिनों के लिए प्रस्तावित था लेकिन ये सत्र महज दो दिनों में ही सिमट गया। बुधवार को इस सत्र के स्थगित होने का ऐलान कर दिया गया।


आमतौर पर विधानसभा में विधेयकों पर चर्चा होती है लेकिन इस शीतकालीन सत्र में आए 14 बिल बिना किसी चर्चा के ही पास कर दिए गए। एक दर्जन से अधिक बिल बिना किसी चर्चा के ही पास कर दिए गए।


उत्तराखंड लोक सेवा (महिलाओं के लिए क्षैतिक आरक्षण) विधेयक।
– उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता संशोधन विधेयक।
– उत्तराखंड विनियोग (2022-23 का अनुपूरक) विधेयक।
– बंगाल, आगरा और आसाम सिविल न्यायालय (उत्तराखंड संशोधन और अनुपूरक अनुबंध) विधेयक।
– उत्तराखंड दुकान और स्थापन (रोजगार विनियमन और सेवा शर्त) संशोधन विधेयक।
– पेट्रोलियम एवं ऊर्जा अध्ययन विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक।
– भारतीय स्टांप उत्तराखंड संशोधन विधेयक।
– उत्तराखंड माल एवं सेवा कर संशोधन विधेयक।
– उत्तराखंड कूड़ा फेंकना एवं थूकना प्रतिषेध संशोधन विधेयक।
– उत्तराखंड जिला योजना समिति संशोधन विधेयक।
– पंचायती राज संशोधन विधेयक।
– हरिद्वार विश्वविद्यालय विधेयक।
– उत्तराखंड नगर एवं ग्राम नियोजन व विकास संशोधन विधेयक।
– उत्तराखंड विशेष क्षेत्र (पर्यटन का नियोजित विकास और उन्नयन) संशोधन विधेयक।
इन विधेयकों को किया वापस
– उत्तराखंड पंचायतीराज द्वितीय संशोधन विधेयक।
– कारखाना उत्तराखंड संशोधन विधेयक