वरिष्ठ पत्रकार अपने पोता-पोती के साथ हुए पंच तत्वों में लीन,गमहीन रहा समा, किसी को नहीं हुआ यकीन

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राज्य में बारिश ने जिस प्रकार से अपना कहर बरसाया उसको देखते हुए एक बात साफ हो गयी कि मनुष्य सिर्फ एक माटी का कठपुतली है।अब आप सोचगे की हम इस प्रकार की बात क्यों कर रहे है तो बता दे कि गत दिवस आयी इस बारिश ने जिस प्रकार से आतंक मचाया इसकी चपेट में ना जाने कितने लोग आए इन्हें सब मे से एक वरिष्ठ पत्रकार आनंद नेगी थे।जोकि इस आपदा की चपेट में आ गए और उनके साथ उनकी पोती -पोता भी आ गए जिनकी आज अंत्येष्टि आज भिकियासैंण स्थित घाट में हुई। यहां अत्यंत गमगीन माहौल एक साथ तीन चिताओं की अंत्येष्टि हुई। शव यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए।बता दे कि 18 अक्टूबर की रात रापड़ में मकान ढह जाने के बाद मलबे में दब जाने से पत्रकार आनंद नेगी, उनके पोते तनुज व पोती किरन की मौत हो गई थी।इनकी शव यात्रा आज बुधवार को स्व. आनंद सिंह नेगी के पैत्रक गांव रापड़ से तकरीबन 11 बजे भिकियासैंण को निकली।

जहां रामगंगा तथा गगास के संगम पर तीनों शवों का दाह संस्कार किया गया। शवदाह के समय माहौल अत्यंत गमगीन था। किसी को इस बात का यकीन नहीं हो पा रहा था कि पत्रकार आनंद नेगी अब इस संसार में नहीं रहे। एक साथ तीन चिताओं की मौजूदगी हृदय को विह्वल कर रही थी।

हर आंखें नम दिखाई दीं। चिताओं को दिवंगत आनंद सिंह नेगी के पुत्र प्रहलाद सिंह नेगी तथा चाचा जगत सिंह नेगी ने मिलकर मुखाग्नि दी। स्व. आनंद नेगी के पुत्र जो यूनियन बैंक गुरदासपुर पंजाब में कार्ययत हैं। सूचना मिलते ही आपदाग्रस्त इलाकों से होते हुए बड़ी कठिनाई से गत दिवस देर शाम सात बजे रापड़ पहुंच गये थे। स्व. आनंद नेगी की दो पुत्रियों में से बड़ी पुत्री का विवाह डेढ़ वर्ष पूर्व ही हुआ था। उनकी पुत्री आज अपने मायके से यहां सुबह 10.45 बजे पहुंच पायी। जिसके बाद ही शव यात्रा निकली। इस दौरान रापड़ में मौजूद उनके परिजनों का रो—रोकर बुरा हाल बना हुआ था।शव यात्रा में सांसद प्रदीप टम्टा, विधायक रानीखेत करन माहरा, पूर्व विधायक कपकोट ललित फर्स्वाण, सल्ट के विधायक महेश जीना, कैलाश पन्त, महेन्द्र अधिकारी, सीडीओ अल्मोड़ा नवनीत पांडे, नरेद्र रौतेला, दिनेश तिवारी, सीओ रानीखेत तपेश चंद, एसएसआई रानीखेत जसविंदर सिंह, प्रेम शर्मा, गौरव तिवारी सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।