एथलेटिक्स में सबसे बड़ी टैलेंट सर्च प्रतियोगिता में चमके उत्तराखंड के बच्चे, हासिल किए 2 गोल्ड व 1 ब्रॉन्ज मेडल

Ad
Ad
ख़बर शेयर करें


खेलों में एक बार फिर से उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने अपना दमखम दिखाया है। 16 से 18 फरवरी 2024 तक गुजरात यूनिवर्सिटी अहमदाबाद में आयोजित हुई “19 वीं नेशनल इंटर डिस्ट्रिक्ट जूनियर एथलेटिक्स प्रतियोगिता” में उत्तराखंड ने दो गोल्ड और एक कांस्य पदक अपने नाम किए।


उत्तराखंड ने हासिल किए दो गोल्ड और एक ब्रॉन्ज
“19 वीं नेशनल इंटर डिस्ट्रिक्ट जूनियर एथलेटिक्स प्रतियोगिता” में बालिका वर्ग अंडर 14 के किड्स जैवलिन इवेंट में गयानंदा स्कूल देहरादून की कुमारी धृति आनंद ने 1100 एथलीटों को पछाड़ते हुए 36.50 मीटर के साथ गोल्ड मेडल पर कब्जा किया। वहीं अंडर 14 बालक वर्ग में किड्स जैवलिन में ही स्पोर्ट्स कॉलेज के हितेश सिंह गड़िया ने 55.85 मीटर के साथ ब्रोंज मेडल प्राप्त किया।

प्रदेश के 12 जिलों से 100 एथलीटों ने किया था प्रतिभाग
बालक वर्ग अंडर 16 आयु वर्ग में स्पोर्ट्स कॉलेज के सूरज सिंह बिष्ट ने 600 मीटर रेस में 1 मिनट 21 सेकंड के समय के साथ स्वर्ण पदक पर कब्जा कर पूरे उत्तराखंड का नाम भारत में रोशन किया। बता दें कि इस प्रतियोगिता में भारत से 620 जिलों से 5566 एथलीट्स ने प्रतिभाग किया था। इस प्रतियोगिता में रुद्रप्रयाग जिले को छोड़कर उत्तराखंड के 12 जिलों की टीमों से 100 एथलीटों ने प्रतिभाग किया था।

NIDJAM भविष्य के चैंपियन की तलाश का उचित मंच
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के अध्यक्ष आदिल सुमरिवाला ने कहा कि राष्ट्रीय अंतर जिला जूनियर एथलेटिक्स मीट (एनआईडीजेएएम) जमीनी स्तर पर संभावित एथलीटों की तलाश करने का एक बड़ा मंच बन गया है। भारतीय खेल प्राधिकरणके साथ समन्वय में AFI एक प्रतिभा खोज कार्यक्रम भी आयोजित कर रहा है।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस साल प्रतिभाशाली करीब एक हजार एथलीटों को चिन्हित कर 2036 में होने वाले ओलंपिक के लिए तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे पास 30 एथलेटिक्स विशेषज्ञों का एक पैनल है जो संभावित एथलीटों की तलाश करेगा। उन्होंने कहा कि एएफआई का फोकस अंडर 14 और 16 साल के खिलाड़ियों को ओवरट्रेनिंग से बचाना है।