डराने लगी हैं वनाग्नि की घटनाएं, चमोली में स्कूल तक पहुंची आग, तीन कमरों में रखा फर्नीचर जलकर खाक
प्रदेश में जंगल की आग अब आबादी वाले इलाकों तक पहुंचने लगी है। आलम ये है कि वनाग्नि की घटनाएं अब डराने लगी हैं। चमोली जिले के कर्णप्रयाग के पास देवाल में जंगल में लगी आग स्कूल तक पहुंच गई। स्कूल में आग लगने के कारण तीन कमरों में रखा फर्नीचर जलकर खाक हो गया।
कर्णप्रयाग के पास देवाल के पास के जंगल में लगी आग स्कूल तक पहुंच गई। मिली जानकारी के मुताबिक बृहस्पतिवार की रात को इंटर कॉलेज के पीछे के जंगल में आग लगी थी। जो देखते ही देखते स्कूल तक पहुंच गई। आग में टीन सेट से बने तीन कमरे जलकर नष्ट हो गए हैं। इसके साथ ही कमरों में रखा फर्नीचर भी नष्ट हो गया है।
कमरों में हाईस्कूल की कक्षाएं होती थी संचालित
मिली जानकारी के मुताबिक आग में जले तीनों कमरों में हाईस्कूल की कक्षाएं संचालित होती थी। विद्यालय के प्रधानाचार्य एमआर घुनियाल के द्धारा दी गई जानकारी में उन्होंने बताया कि को जंगल की आग ने विद्यालय के तीन कमरों को अपनी चपेट में ले लिया। आग के कारण तीन कमरों में रखा फर्नीचर जलकर नष्ट हो गया है।
बीते एक साल में 477 जगह जंगलों में लगी आग
बीते एक साल में उत्तराखंड में 477 वनाग्नि की घटनाएं सामने आई। ये आधिकारिक आंकड़ें इनके अलावा भी कई वन क्षेत्रों में आग लगती है लेकिन ये आंकड़ें कई बार गिने ही नहीं जाते। आप ये जानकर चौंक जाएंगे की उत्तराखंड में साल 2010 में 1.15 मिलियन हेक्टेयर प्राकृतिक वन थे। जो इसके क्षेत्र के 32% से ज्यादा तक फैले हुए थे।
वहीं साल 2023 में उत्तराखंड ने अपने 971 हेक्टेयर प्राकृतिक जंगल खो दिए। ये रिपोर्ट Global Forest Watch ने अपनी वेबसाइट पर पब्लिश की है। आपको बता दें की प्रदेश में एक नवंबर 2023 से लेकर 23 अप्रैल 2024 तक वनाग्नि की कुल 477 घटनाएं सामने आईं। जिनमें 570.07 हेक्टेयर जंगल खाक हो गए हैं
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