ड्रग्स की बिक्री पर थाना और चौकी प्रभारी होंगे निलंबितः डीजीपी
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने आज शुक्रवार 11 नवंबर को एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) की मासिक बैठक ली। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई। बैठक में उन्होंने कहा कि अब टास्क फोर्स की समीक्षा हर महीने होगी। ड्रग्स की बिक्री के स्रोतों पर कार्रवाई नहीं करने वाले थाना और चौकी प्रभारियों को निलंबित किया जाएगा। साथ ही उन्होंने बैठक में निर्देश भी दिए।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्ष 2025 तक उत्तराखंड को नशामुक्त करने के लिए Drugs Free Devbhoomi by 2025 का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए त्रिस्तरीय एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) का राज्य, जिला और थाना स्तर पर गठन किया गया है। उन्होंने ड्रग्स के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति अपनाएं जाने और (ANTF) को प्रभावी बनाएं जाने के लिए कहा। इसमें समर्पित, इच्छुक और सक्षम कर्मियों को नियुक्त करें, जिससे अच्छे परिणाम मिलें।
ये दिए दिशा निर्देश
- थाना स्तर पर मादक पदार्थों की रोकथाम करना थानाध्यक्ष की नैतिक जिम्मदारी है। यदि राज्य स्तर की टास्क फोर्स किसी थाने क्षेत्र पर जाकर ड्रग्स पकडती है, तो सम्बन्धित थाना प्रभारी की भी जवाबदेही तय की जाएगी।
- जिला स्तरीय टास्क फोर्स में कर्मठ, लगनशील, कार्यों के प्रति समर्पित पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाए।
- ड्रग्स पैडलिंग में लिप्त अपराधियों एवं माफियाओं को चिन्हित कर उनपर मादक पदार्थ अधिनियम, PIT NDPS एवं गैंगस्टर एक्ट के अन्तर्गत प्रभावी कार्यवाही करें। साथ ही इनके द्वारा अवैध रूप से अर्जित की गयी सम्पत्ति भी जब्त की जाए।
- यदि ड्रग्स पैडर्ल्स के साथ किसी कर्मी की संल्पिता पायी जाती है, तो उसके विरूद्ध कठोरतम कार्यवाही की जाएगी।
- एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) के कार्यों की पुलिस मुख्यालय द्वारा मासिक समिक्षा की जाएगी।
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