चंपावत में तेंदुए का आतंक, 12 बकरियों को बनाया निवाला, ग्रामीणों में दहशत

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चंपावत के बाराकोट में तेंदुए का आतंक देखने को मिल रहा है। बीती रात तेंदुए ने रैघाव गांव के त्रिलोक सिंह पुत्र मानसिंह की 12 बकरियों को अपना निवाला बना दिया। जिससे पीड़ित परिवार को भारी आर्थिक नुक्सान हुआ है। घटना के बाद से ग्रामीणों में भी दहशत का माहौल है।


भारी बारिश के बीच वन्यजीव भी आबादी के पास आ रहे हैं। बीते रविवार को बाराकोट के रैघाव गांव में त्रिलोक सिंह की 12 बकरियों को तेंदुए ने अपना निवाला बना दिया। जिससे पीड़ित को भारी नुकसान हुआ है। गांव के युवा हयाद सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि तेंदुए ने त्रिलोक सिंह के बाड़े मे घुसकर उसकी 12 बकरियों को अपना निवाला बना दिया।

जंगल में भागा तेंदुआ
बकरियों का शोर सुनकर जब ग्रामीण बकरियों के बाड़े पर पहुंचे तो तेंदुआ वही था। ग्रामीणों ने तेंदुए को बाड़े में बंद कर दिया। लेकिन मौका देख कर तेंदुआ रोशनदान के रास्ते से निकल कर जंगल की ओर भाग गया। हयाद सिंह ने बताया बीते शनिवार को भी रात को तेंदुए ने पदम सिंह की छह बकरियों को अपना निवाला बनाया था। उन्होंने कहा क्षेत्र में लंबे समय से तेंदुए का आतंक है।

ग्रामीणों ने की प्रभावित किसानों को मुआवजा दिलाने की मांग
ग्राम प्रधान नेहा अधिकारी का कहना है कि कई बार वन विभाग से पिंजरा लगाकर तेंदुए को पकड़ने का अनुरोध किया जा चुका है। लेकिन वन विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। ग्रामीणों ने वन विभाग से मामले का संज्ञान लेते हुए प्रभावित किसानों को मुआवजा दिलाने और क्षेत्र में पिंजरा लगाने की मांग की है।

क्षेत्र में डर का माहौल
घटना से पूरे क्षेत्र में डर का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह विभाग की लापरवाही से क्षेत्र में जनहानि भी हो सकती है। गौरतलब है की पिछले एक सप्ताह से क्षेत्र में मूसलाधार बारिश हो रही है जिससे वन्य जीव भी आबादी के पास आ जाते हैं और शिकार न मिलने पर हिंसक भी हो जाते हैं। जिससे गुलदार के नरभक्षी हो जाने का खतरा भी रहता है