कुमाऊँ में बारिश का तांडव, डेढ़ महीने में 84 घर क्षतिग्रस्त
प्रदेश में भारी बारिश के कारण हर ओर तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है। जहां एक ओर पहाड़ों पर पत्थर गिरने और भू-्स्खलन हो रहा है तो वहीं दूसरी ओर मैदानी इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। अल्मोड़ा में बारिश के कारण पिछले डेढ़ महीने में 84 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं।
अल्मोड़ा में बारिश के कारण तबाही का मंजर
अल्मोड़ा जिले में भारी बारिश कहर बनकर बरस रही है। जिले में डेढ़ महीने में 84 मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जिसमें से एक मकान पूरी तरह तो 18 मकानों आधे से ज्यादा क्षतिग्रस्त हुए हैं। जबकि 65 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसके साथ ही सड़कों और खेतों को भी भू-स्खलन के कारण बुरी तरह नुकसान हुआ है।
लोगों को करना पड़ रहा दिक्कतों का सामना
लगातार हो रहे भू-स्खलन के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना कना पड़ रहा है। घरों के क्षतिग्रस्त होने से यहां रहने वाले लोगों के आगे संकट हैं। लोग खतरे के साये में इन घरों में ही रहने को मजबूर हैं। जिले में 16 जून से अब तक के डेढ़ महीने में शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 84 मकान क्षतिग्रस्त हु हैं।
सड़कों का हाल बेहाल
भू-स्खलन के चलते जिले की सड़कों का हला बेहाल हैं। गांवों की सड़कें तो बंद हैं ही इसके साथ ही मुख्य मार्ग भी कई दिनों से बंद हैं। जिले में भारी बारिश के बाद मलबा आने के कारण चार सड़कें बंद हैं। जिले के 12 गांवों का सड़क संपर्क पूरी तरह कटा है। जिस कारण चार हजार की आबादी को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
भारी बारिश के कारण अब तक छह करोड़ का नुकसान
अल्मोड़ा जिले में बारिश के कारण अब तक छह करोड़ के नुकसान का आकलन किया गया है। दिन पर दिन हो रही बरिश के चलते ये आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। बता दें कि बारिश के कारण अब तक सबसे ज्यादा लोनिवि, पीएमजीएसवाइ की सड़कें प्रभावित हुई हैं।
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