रीता खनका -कैंसर के खिलाफ कलम से जंग, अस्पताल से ही कैंसर के दर्द एवं रोगियों की सुख -दुख की बेबाक बयानी
हल्द्वानी एसकेटी डॉट कॉम
स्वतंत्र पत्रकार रीता खनका रौतेला गंभीर बीमारी से ग्रसित होने के बाद भी इसके खिलाफ अपनी कलम से जंग जारी किए हैं. हिमालयी जन सरोकारों एवं लोगों लोगों की प्रमुख समस्याओं सामने रखने वाली पत्रिका युगवाणी में एम्स के कैंसर वार्ड के नाम के ब्लॉक से अपनी बेबाक टिप्पणी के तथा कैंसर पीड़ित रोगियों के सुख-दुख को साझा करती रहती है.
स्वतंत्र एवं जन सरोकारों से जुड़े हुए जगमोहन सिंह रौतेला एक पत्रकार नहीं विचार के रूप में काम करते आए हैं उनके कंधे से कंधा मिलाकर पत्रकारिता में मूवी के मुद्दों को बेबाकी से रखने वाली उनकी धर्मपत्नी रीता खनका रौतेला पिछले 3 सालों से रेक्टम कैंसर से पीड़ित हैं इसके बावजूद को है अपना ब्लॉग लगातार लिख रही है.
उनकी बेहद गंभीर स्थिति के चलते उन्हें विगत 2 दिन पूर्व हल्द्वानी के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया लेकिन वहां स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने के चलते उन्हें सुशीला तिवारी में भर्ती कराया गया है जहां उनका आज ऑपरेशन भी किया गया लेकिन ऑपरेशन के बाद भी उनकी स्थिति में सुधार नहीं आ रहा है जिससे जन सरोकारों से जुड़े लोग चिंतित हैं .
वह बिठौरिया नंबर 1 के जय इंद्रपुरम निवास करती हैं
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