Rishikesh mayor : जाति विवाद पर भड़के बॉबी पंवार, मूल SC के अधिकारों पर डाका डालने के लगाए आरोप


उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान ऋषिकेश के मेयर शंभू पासवान (Rishikesh mayor shambhu paswan) के जाति प्रमाणपत्र को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने बिहार मूल के व्यक्ति को टिकट देकर उत्तराखंड की मूल अनुसूचित जातियों के अधिकारों का खुला उल्लंघन किया है.
जाति विवाद पर भड़के बॉबी पंवार
बॉबी पंवार ने कहा कि शिकायतकर्ता दिनेश चंद्र मास्टर द्वारा दाखिल याचिका पर जिला स्तर पर बनी जांच समिति ने एकतरफा रिपोर्ट शंभू पासवान के पक्ष में तैयार की, जबकि समिति के समक्ष भारत सरकार, सर्वोच्च व उच्च न्यायालयों के कई आदेश और दिशानिर्देश प्रस्तुत किए गए थे. बॉबी पंवार ने आरोप लगाया कि इन दस्तावेजों को जांच समिति ने नजरअंदाज किया है.
उन्होंने भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा 1977 में जारी आदेश, 1985 और 2018 की अधिसूचनाओं के हवाले से कहा कि अनुसूचित जाति या जनजाति का दर्जा केवल उसी राज्य में मान्य है जहां वर्ष 1950 की अधिसूचना के समय स्थायी निवास था. बॉबी पंवार ने कहा कि कोई प्रवासी व्यक्ति चाहे कितने भी साल उस राज्य में रहा हो, वहां पैदा हुआ हो या संपत्ति अर्जित की हो, वह उस राज्य की अनुसूचित जाति नहीं मानी जा सकती है.
डीएम से की निष्पक्ष जांच की मांग
पंवार ने देहरदून के डीएम से जांच रिपोर्ट की निष्पक्ष समीक्षा कर सभी दस्तावेजों को ध्यान में रखते हुए रिपोर्ट न्यायालय में प्रस्तुत करने की मांग की है. साथ ही ऋषिकेश मेयर का निर्वाचन रद्द कर फिर से चुनाव कराने के लिए कहा है. पंवार ने कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह और यशपाल आर्य पर भी निशाना साधते हुए कहा कि अनुसूचित जाति-जनजाति से जुड़े होते हुए भी वे इस मुद्दे पर मौन रहे
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