मतदाताओं के लिए राहतभरी खबर, मतदान केंद्रों पर कम होगी भीड़, बनाया ये प्लान

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मतदान

मतदाताओं की सहूलियत और चुनावी प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाने की दिशा में उत्तराखंड में एक और महत्वपूर्ण पहल हुई है. बीते बुधवार को सचिवालय में आयोजित मीडिया संवाद कार्यक्रम के दौरान मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने राज्य के प्रमुख मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधियों से संवाद किया और भारत निर्वाचन आयोग द्वारा किए जा रहे बदलावों व सुधारात्मक पहलों की जानकारी साझा की.

मतदान केंद्र पर मतदाताओं में किया बदलाव

मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ पुरुषोत्तम ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने मतदाता सुविधा को ध्यान में रखते हुए कई ठोस कदम उठाए हैं. इनमें सबसे महत्वपूर्ण फैसला यह है कि अब प्रत्येक मतदान केंद्र पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1500 से घटाकर 1200 कर दी गई है. इससे राज्य में करीब 1000 नए मतदान केंद्र बनाए जाएंगे, जिससे मतदाताओं को अपने घर के पास ही मतदान की सुविधा मिलेगी और लंबी लाइनों से भी राहत मिलेगी.

नई कॉलोनियों में बनेंगे अतिरिक्त बूथ

मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ पुरुषोत्तम ने कहा कि आयोग अब ऊंची इमारतों और कॉलोनियों में भी अतिरिक्त बूथ स्थापित करने की अनुमति देगा. इसके साथ ही हर मतदान केंद्र पर मोबाइल डिपॉजिट सुविधा भी दी जाएगी, जिससे मतदाताओं की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. डॉ पुरुषोत्तम ने बताया कि मतदाता सूची के अपडेट के लिए अब मृत्यु पंजीकरण का डेटा सीधे आरजीआई डेटाबेस से प्राप्त किया जाएगा और सत्यापन के बाद सूची में संशोधन किया जाएगा. इससे मृतकों के नाम हटाने की प्रक्रिया सरल और तेज़ होगी.

वोटर इनफार्मेशन स्लिप में होगा बदलाव

अब वोटर इनफार्मेशन स्लिप को और अधिक स्पष्ट व उपयोगी बनाया जाएगा. मतदाता की क्रम संख्या और भाग संख्या को प्रमुखता से दर्शाया जाएगा, जिससे उन्हें अपना बूथ आसानी से ढूंढने में सुविधा होगी. डॉ पुरुषोत्तम ने बताया कि मतदाता जागरूकता के लिए प्रदेश में स्वीप गतिविधियों के अंतर्गत हर माह अलग-अलग थीम पर कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. इसके साथ ही अब तक उत्तराखंड में 85 सर्वदलीय बैठकें आयोजित की जा चुकी हैं, जिनमें सीईओ स्तर पर 2, डीईओ स्तर पर 13 और ईआरओ स्तर पर 70 बैठकें शामिल हैं