बच्चियों को पिलाता शराब, फिर दिखाता अश्लील वीडियो… हाथ में ‘त्रिशूल’ के टैटू से हुई सीरियल रेपिस्ट की पहचान!

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बहराइच: वो 4 से 7 साल की मासूम बच्चियों को अपना निशाना बनाता, भीषण गर्मी में सुबह 3 से 4 बजे के बीच शिकार के लिए निकलता, साइकिल से जंगल ले जाता, उन्हें अश्लील वीडियो दिखाता, मारपीट करता और फिर घिनौनी वारदात को अंजाम देता. उसका नाम है- अविनाश पांडे उर्फ सिंपल.

बच्चियों को पिलाता शराब, फिर दिखाता अश्लील वीडियो हाथ में 'त्रिशूल' का टैटू..

आज सालों बाद एक बार फिर से सिंपल चर्चा का विषय बना हुआ है. कारण? कारण ये है कि अविनाश पांडे को आखिरकार उसके कर्मों की सजा मिल गई है. ये एक ऐसा सीरियल किलर था जिसके डर से लोग छोटी बच्चियों को उनके घर से बाहर जाने से मना करते थे. चलिए आपको अविनाश पांडे उर्फ सिंपल के कर्म-कांडों के बारे में बताते हैं.

अविनाश पांडे उर्फ सिंपल
सिंपल ने 1 महीने में 4 बच्चियों से रेप किया. वह 5 से 7 साल की बच्चियों को अपना शिकार बनाता था. रात में सोते समय उन्हें घर से उठाता, उसका तरीका बेहद क्रूर और सुनियोजित था. वो भीषण गर्मी में सुबह 3 से 4 बजे के बीच शिकार के लिए निकलता था. अपने घरों के बाहर सो रही बच्चियों को अगवा कर लेता. उनको साइकिल से जंगल ले जाता. वहां उन्हें अपने मोबाइल फोन पर अश्लील वीडियो दिखाता. उनके साथ मारपीट करता. कई बार टॉफी, खिलौने और कपड़े देकर उनको मनाने की कोशिश करता. इसके बाद उनके साथ बलात्कार करता था. फिर बदहवास हालत में छोड़कर फरार हो जाता

पहली घटना: पहली घटना 3 जून को हुई है. बच्ची रात को सोते समय घर से गायब हो गई. परिवार के लोग पुलिस के पास पहुंचे. पुलिस ने तलाश शुरू की तो बच्ची अपने घर से 3 किमी दूर जंगल में सुनसान इलाके में रोते हुए मिली. पुलिस ने बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया. पूछताछ में मासूम ने अपने साथ रेप की घटना बताई. उसने कहा कि मोबाइल में फोटो भी खींचे. फिर छोड़कर भाग गया.

दूसरी घटना : 25 जून को दूसरी घटना हुई. यहां भी रात को एक 6 साल की बच्ची गायब हुई थी. सूचना मिलते ही पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की. अगले दिन सुबह बच्ची गांव से 1 किमी दूर जंगल से बरामद हुई

तीसरी घटना : 28 जून 5 साल की बच्ची रात में लापता हो गई. वो अपनी दो चचेरी बहनों के साथ घर के बाहर सो रही थी. सुबह 5 बजे जब मां बेटियों को जगाने गईं तो एक बेटी वहां नहीं मिली. अगले दिन सुबह बच्ची गांव से 1 किमी दूर जंगल में राहगीरों को मिली. उन्हीं लोगों ने पुलिस को सूचना दी.

चौथी घटना : 3 जुलाई की रात 5 साल की बच्ची मां के साथ कच्चे मकान के आंगन में सो रही थी. रात करीब साढ़े 3 बजे जब उसकी नींद खुली तो छोटी बेटी बिस्तर पर नहीं थी. मां ने घर के आस-पास ढूंढा, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला. अगले दिन बच्ची गांव से करीब दो किमी दूर जंगल में मिली.

कैसे पकड़ा गया अविनाश पांडे उर्फ सिंपल
पुलिस सभी पीड़ित बच्चियों को थाने लेकर आई. पूछताछ में सभी ने आरोपी का हुलिया बताया. बच्चियों ने बताया कि आरोपी का चेहरा लंबा, रंग सांवला, आंख-कान नाक कद औसत, काले रंग की जींस पैंट, गोल गला बैंगनी रंग की टी-शर्ट पहने हुए है. बाल छोटे, हल्की दाढ़ी, हवाई चप्पल पहने है. हाथ पर टैटू है.

इसी आधार पर पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की. पुलिस ने क्षेत्र के सभी CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली. क्राइम ब्रांच की सर्विलांस टीम ने मोबाइल नंबरों के डेटा को खंगाला. इसी दौरान मुखबिर की सूचना पर थाने के चंद कदम की दूरी पर रहने वाले अविनाश पांडेय (32) का हुलिया मैच हुआ. बताया गया कि ये व्यक्ति संदिग्ध है. इसी आधार पर पुलिस ने रविवार शाम को सीताराम पुलिया के पास ग्राम बाजपुर बनकटी में नहर पटरी से उसे पकड़ा. थाने लाकर उसका मोबाइल चेक किया गया. उससे पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल लिया.

चॉकलेट देकर साइकिल पर बिठाता और…
आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वो गरीब परिवार की बच्चियों को ही निशाना बनाता था. दिन में गांव में घूमकर रेकी करता था. शाम को देखता था कि कौन-कौन से घरों के लोग बाहर लेटे हैं. रात को जिस घर के बाहर बच्ची मिल जाए, उसे पहले चुपके से उठाता. फिर चॉकलेट देकर साइकिल पर बैठता और रात को टॉर्च के सहारे जंगल में ले जाता. इसके बाद रेप करने के बाद बदहवास हालत में बच्ची को छोड़कर फरार हो जाता था.

अविनाश पांडे को मिली उम्र कैद की सजा
विशेष अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश (पॉक्सो) दीप कांत मणि ने बुधवार को यह ऐतिहासिक फैसला सुनाया. इससे पहले अदालत ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और पॉक्सो अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत अविनाश पांडे को दोषी ठहराया था. इस मामले में उस पर 1.6 लाख रुपए का जुर्माने के साथ उम्रकैद की सजा सुनाई गई है