पीएम मोदी ने केदारनाथ को बनाया हिंदू आस्था का सिरमौर : द्विवेदी( देखें वीडियो)
हल्द्वानी एसकेटी डॉट कॉम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ दौरे से वहां पर हो रहे सुधारकरण के कार्यक्रमों को नई गति मिली है। लाखों-करड़ों सनातन धर्म के आस्था का केंद्र केदारनाथ को विश्व पटल पर हिंदुत्व की आस्था का सिरमौर साबित कर दिया है यह बात भारतीय जनता पार्टी के नव मनोनीत प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य एवं पूर्व राज्य मंत्री हेमंत द्विवेदी ने केदारनाथ धाम से लौटने के बाद कहीं ।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2013 की आपदा के समय से ही केदारनाथ के पुनर्निर्माण के लिए पूरा समर्पण करने की घोषणा की थी जो कि आज उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद लगातार जारी है। उनके द्वारा केदारनाथ के जीर्णोद्धार कार्यक्रमों के अलावा ऑल वेदर रोड का तेजी से निर्माण किया जा रहा है जिससे चार धामों मे वर्ष भर आसानी से हिंदू सनातन धर्मी यात्रा कर सकेंगे।
द्विवेदी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी यहां गुजरात के मुख्यमंत्री बनने से पहले भी आ चुके हैं और प्रधानमंत्री बनने के बाद भी लगातार उनकी केदारनाथ धाम पर रुचि रही है। उन्होंने चार धाम यात्रा की लगातार मॉनिटरिंग की है तथा प्रदेश सरकार को हमेशा सहयोग दिया है उनके बार-बार केदारनाथ धाम आने से यह धाम और आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित किए गए धामू को विश्व पटल पर स्थापित करने का कार्य किया है।
त्रिवेदी ने कहा कि अमेरिका शक्तिशाली देश होने के बावजूद भी उसकी कोई धार्मिक पहचान नहीं है कोई सांस्कृतिक शक्ति नहीं है लेकिन भारत के पास एक मजबूत सनातनी धर्म सकती है जिसकी वजह से यहां के 140 करोड़ लोग आपस में एक सूत्र से बने हुए हैं।
उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम की यात्रा वह समय-समय पर भी करते आए लेकिन जिस तरह से प्रधानमंत्री के बार-बार इस धार्मिक महा स्थल को प्रणाम करने के लिए पहुंचने से पूरे विश्व में इस धाम की अलौकिक पहचान हो गई है। उन्होंने कहा कि हिंदू सनातन धर्म के सभी मंदिरों मठों के लिए प्रधानमंत्री हमेशा चिंतित रहते हैं श्री राम मंदिर का निर्माण हो अथवा उनके संसदीय क्षेत्र काशी के नाम से जाने जाने वाले वाराणसी को भी उन्होंने विश्व मानचित्र पर अलौकिक शक्ति के रूप में प्रख्यात कर दिया है।
उनकी रूचि के कारण ही आज विश्व के सभी सनातन धर्मी यहां भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं। हेमंत द्विवेदी ने कहा कि उत्तराखंड भले ही छोटा राज्य हो लेकिन प्रधानमंत्री भोले के मंदिर होने तथा मां पार्वती का मायका होने की वजह से इसे विशेष रूप से अपने रूप से लगाओ रखते हैं।
द्विवेदी ने प्रदेश में चल रहे देवस्थानम बोर्ड पर किसी भी तरह का बयान देने के बजाय कहा है कि मुख्यमंत्री ने इसके लिए एक विशेष समिति का गठन किया है उसकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री के पास आनी है जिसमें विचार विमर्श करने के बाद तीर्थ पुरोहितों एवं हक हकूक धारियों के लिए सम्मान जनक निर्णय आने की उम्मीद है।
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