खाद्य सुरक्षा टीम का छापा, फैक्ट्री में बिना लाइसेंस के बना रहे थे पनीर

उत्तराखंड सरकार होली त्यौहार के मद्देनजर मिलावटखोरों पर शिकंजा कसने के लिए प्रदेशभर में व्यापक अभियान चलाए हुए है. बीते दिन पहले खाद्य सुरक्षा की टीम ने मंगलौर की फैक्ट्री में छापा मारा. इस दौरान टीम ने पाया कि फैक्ट्री में बिना लाइसेंस के पनीर निर्माण किया जा रहा है. पुलिस ने मौके से मिलावटी पनीर, एडल्ट्रेट पाम ऑयल, रिफाइंड और केमिकल बरामद किया है.
बिना लाइसेंस के चल रही थी फैक्ट्री
अभियान के तहत 7 मार्च को देहरादून के विकासनगर क्षेत्र में एक प्राइवेट वाहन से पनीर और मावा का वितरण करते हुए पाया गया. जांच में पता चला कि यह सामान मंगलौर क्षेत्र की एक निर्माण इकाई से लाया गया था. सूचना मिलते ही क्विक रिस्पांस टीम ने उक्त निर्माण इकाई पर छापा मारा. निरीक्षण के दौरान फैक्ट्री में बिना लाइसेंस के बड़े पैमाने पर पनीर निर्माण हो रहा था. टीम ने मौके से लगभग 1 कुंटल मिलावटी पनीर, एडल्ट्रेट पाम ऑयल, रिफाइंड और अन्य हानिकारक केमिकल बरामद किए.
फैक्ट्री के खिलाफ कार्रवाई
जांच टीम को प्रथम दृष्टया पनीर मिलावटी प्रतीत हुआ, जिसके बाद खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने नियमानुसार इसका नमूना जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया. साथ ही 1 कुंटल पनीर को मौके पर ही नष्ट कर दिया. इसके अलावा फैक्ट्री के खिलाफ खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत कार्रवाई शुरू कर दी गई है, क्योंकि यह इकाई बिना वैध लाइसेंस के संचालित हो रही थी.
आगे भी जारी रहेगा अभियान
मामले को लेकर स्वास्थय विभाग के सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार का कहना है कि प्रदेश में मिलावटखोरी के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस नीति है. होली जैसे बड़े त्योहार पर आमजन को शुद्ध और सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है. इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी. खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि मिलावटखोरी में संलिप्त लोगों पर कठोर कार्रवाई की जाए.
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