Pahalgam Attack: CCS की बड़ी कार्रवाई! सिंधु जल समझौता सस्पेंड, अटारी बॉर्डर बंद, भारत के ये पांच बड़े फैसले


कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले(Pahalgam Attack) के बाद कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक हुई। जिसमें सुरक्षा मामलों से जुड़े कई बड़े फैसले लिए गए हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इस बात की जानकारी दी। मिस्त्री ने कहा, प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में CCS की बैठक हुई। जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की मौत हो गई। तो वहीं कई अन्य लोग घायल हो गए। CCS ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। साथ ही घायलों के स्वस्थ होने की कामना की है।

भारत ने लिए पांच बड़े फैसले CCS five decisions after Pahalgam Attack
पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने अब सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार शाम सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (CCS) की अहम बैठक हुई, जो करीब ढाई घंटे तक चली। इस बैठक में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जो फैसले सामने रखे वो इस बात को दर्शाते हैं कि भारत अब आतंकवाद को लेकर किसी भी तरह की नरमी नहीं बरतेगा। विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने कहा इस आतंकवादी हमले के बाद सीसीएस ने कई एहम निर्णय लिए।
सिंधु जल संधि पर बड़ा कदम indus water treaty
सबसे बड़ी घोषणा ये रही कि 1960 की सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित(indus water treaty) कर दिया गया है। भारत ने साफ कह दिया है कि जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद का समर्थन छोड़ने के प्रति विश्वसनीय और अडिग रुख नहीं दिखाता। ये संधि बहाल नहीं की जाएगी।
अटारी बॉर्डर सील
भारत ने अटारी के एकीकृत चेक पोस्ट को भी तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है। हालांकि जो लोग वैध रूप से उस रास्ते से भारत में आ चुके हैं। उन्हें 1 मई 2025 तक वापसी का समय दिया गया है।
वीज़ा रियायतें खत्म
साथ ही पाक नागरिकों के लिए सार्क वीज़ा छूट योजना रद्द कर दी गई है। पुराने SPES वीज़ा अब अमान्य माने जाएंगे और जिन पाकिस्तानी नागरिकों के पास यह वीज़ा है। उन्हें 48 घंटे में देश छोड़ने के लिए कहा गया है।
पाक उच्चायोग के सैन्य सलाहकारों को भारत छोड़ने के निर्देश
नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में कार्यरत रक्षा, नौसेना और वायुसेना सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित करते हुए एक सप्ताह के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। इसके साथ ही, भारत भी अपने सैन्य सलाहकारों को इस्लामाबाद से वापस बुलाएगा।
हमले के दोषियों को न्याय तक लाया जाएगा
विदेश सचिव मिस्री ने साफ किया कि सरकार ने सभी सुरक्षा बलों को उच्चतम सतर्कता पर रहने का निर्देश दिया है। उन्होंने दो टूक कहा—“चाहे देश में छिपे हों या विदेश में, हम हर उस व्यक्ति को ढूंढ़ निकालेंगे जिसने इस हमले की साजिश रची या उसे अंजाम देने में मदद की। जैसे तहव्वुर राणा को प्रत्यर्पित किया गया, वैसे ही बाकियों को भी भारत की अदालतों में लाया जाएगा।”
हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि
बुधवार को श्रीनगर में पीसीआर के अंदर उन 26 लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। जो पहलगाम की बायसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में जान गंवा बैठे। गृह मंत्री अमित शाह ने वहां पहुंचकर मृतकों के ताबूतों पर पुष्प अर्पित किए।
स्थानीय और विदेशी आतंकियों की पहचान
इस हमले में शामिल दो स्थानीय आतंकियों आदिल अहमद ठाकुर और आशिफ शेख की पहचान हो चुकी है। आदिल लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा बताया जा रहा है। वहीं आशिफ के तार जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हैं। साथ ही दो पाकिस्तानी आतंकियों की भी शिनाख्त की गई है। जानकारी ये भी मिली है कि कुछ आतंकियों ने बॉडी कैमरा पहन रखा था और उन्होंने पूरे हमले को रिकॉर्ड किया।
देशभर में अलर्ट
इस जघन्य हमले के बाद जम्मू-कश्मीर से लेकर दिल्ली तक हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सेना, एनआईए, पुलिस और अन्य एजेंसियां युद्धस्तर पर काम में जुटी हैं। ड्रोन और हेलिकॉप्टर से पहलगाम और आस-पास के इलाकों में सघन निगरानी चल रही है।
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