एक तरफ उठी बहन की डोली तो दूसरी तरफ भाई की अर्थी, शादी की खुशियां छीन ले गया ट्रक
लाल बाबू सिंह की पुत्री की शादी शनिवार की रात सम्पन्न हुई थी. रविवार सुबह दुल्हन की विदाई होनी थी. विदाई से ठीक पहले दुल्हन के भाई की जान चली गई.
: गोपालगंज जिले के मकेर थाना क्षेत्र के एनएच 722 स्थित फुलवरिया बाजार में रविवार सुबह उस समय अफरातफरी मच गयी जब दुल्हन की विदाई की तैयारी के बीच उसके बड़े भाई की ट्रक की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गयी. खुशियों से भरे माहौल में मातम पसर गया. मृतक की पहचान फुलवरिया गांव निवासी राजेश सिंह कुशवाहा (35 वर्ष), पिता लाल बाबू सिंह कुशवाहा के रूप में हुई है.
जनमासा से वापस लौट रहा था मृतक
जानकारी के अनुसार, फुलवरिया निवासी लाल बाबू सिंह की पुत्री की शादी शनिवार की रात सम्पन्न हुई थी. रविवार सुबह दुल्हन की विदाई होनी थी. विदाई के ठीक पहले दुल्हन का बड़ा भाई राजेश बारात के ठहरने की व्यवस्था देखने के लिए प्राइमरी स्कूल, पोखरा फुलवरिया परिसर (जनमासा) गया था. वहां कमरे में ताला लगाकर वापस लौटते समय छपरा-मुजफ्फरपुर एनएच 722 पर मकेर की ओर से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने सामने से उसे कुचल दिया. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक ट्रक के अगले हिस्से में फंस गयी और ट्रक राजेश को करीब 100 फीट तक घसीटता हुआ ले गया.
ग्रामीणों ने ट्रक चालक को पकड़ा और पुलिस को दी सूचना
घटना के बाद ग्रामीणों ने ट्रक का पीछा किया. हंगामा बढ़ता देख चालक ने ट्रक रोका, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी. परिजन गंभीर रूप से जख्मी राजेश को छपरा सदर अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. वहीं राजेश की मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया. पिता लाल बाबू सिंह, माता मुन्नी देवी, पत्नी सोनी देवी, भाई चंदन, कुंदन, राजन, तथा बहन चंदा कुमारी, जिसकी यही शादी थी, सबका रो-रोकर बुरा हाल है. घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने एनएच 722 जाम कर दिया. इससे सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लग गयीं और लगभग तीन घंटे तक जाम रहा. सूचना पर थानाध्यक्ष पप्पू कुमार एवं अपर थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे. बाद में पूर्व मंत्री एवं विधायक कृष्ण कुमार मंटू सिंह तथा मुखिया मीना देवी के हस्तक्षेप के बाद जाम हटाया गया. पुलिस ने ट्रक चालक को हिरासत में ले लिया है.
घटना ने लोगों को झकझोरा
घटना ने पूरे परिवार और गांव को झकझोर कर रख दिया. घर में शादी की रौनक थी, विदाई के लिए गाड़ी दरवाजे पर खड़ी थी, तभी हादसे की सूचना मिली. दुल्हन सदमे में विदाई के लिए तैयार ही नहीं हो रही थी, परिजनों और ग्रामीणों के समझाने पर बाद में उसकी सामान्य रूप से विदाई करायी गयी. विदाई के तुरंत बाद ही भाई राजेश की अर्थी उठी. बताया जाता है कि राजेश राज मिस्त्री का काम करते थे और परिवार के इकलौते सहारा थे. उनके पिता भी मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं.
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