हल्द्वानी -करोड़ो के ठगी मामले में youtuber सौरभ जोशी समेत इन दिग्गज यूट्यूब क्रिएटर्स को मिला नोटिस,पढ़े खबर
सौरभ जोशी ब्लॉगर के फैंस के लिए एक बुरी खबर सामने आ रही है एक ठगी के मामले में सौरभ जोशी को नोटिस जारी कर दिया गया है। IFSO यूनिट, स्पेशल सेल, दिल्ली पुलिस ने “HIBOX” एप्लिकेशन जिसमें गारंटीड रिटर्न देने का वादा किया गया था, में निवेश के बहाने लोगों को ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है।
IFSO यूनिट ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो HIBOX मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से 30,000 से अधिक लोगों को ठगने वाले बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का मुख्य आरोपी है। इस धोखाधड़ी में निवेशकों को 1% से 5% तक की दैनिक ब्याज दर के झूठे आश्वासन देकर उच्च रिटर्न का वादा किया गया था। कई पीड़ितों को सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और यूट्यूबर्स द्वारा इस ऐप में निवेश करने के लिए प्रेरित किया गया था।
16 अगस्त 2024 कोIFSO यूनिट, स्पेशल सेलको 29 पीड़ितों की शिकायतें मिली, जिन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें HIBOX एप्लिकेशन में 1% से 5% दैनिक और 30% से 90% मासिक गारंटीड रिटर्न का वादा कर निवेश करने के लिए प्रेरित किया गया था। इसके अलावा, आरोप लगाया गया कि कई सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और यूट्यूबर्स जैसे सौरव जोशी, अभिषेक मल्हान @ फुकरा इंसान, पुरव झा, एल्विंश यादव, भारती सिंह और हर्ष लिंबाचिया, लक्षय चौधरी, आदर्श सिंह, अमित @ क्रेज़ी XYZ और दिलराज सिंह रावत @ इंडियन हैकर ने HIBOX एप्लिकेशन को प्रमोट किया और निवेशकों को निवेश के लिए प्रेरित किया।
इसके बाद, 20 अगस्त 2024 को थाना स्पेशल सेल में मामला दर्ज किया गया। जांच के दौरान यह सामने आया कि HIBOX के खिलाफ साइबर उत्तर-पूर्व जिले में एक मामला एफआईआर नंबर 47/2024 भी दर्ज था, जिसमें 09 पीड़ितों के साथ इसी तरह की धोखाधड़ी की गई थी। यह मामला भी IFSO को स्थानांतरित कर दिया गया। जांच के दौरान, उत्तर-पूर्व जिले की 30, शाहदराजिले की 24और बाहरी जिले की 35 शिकायतें भी शामिल की गईं। NCRP पोर्टल पर इसी तरह की धोखाधड़ी के 488 और मामले भी लिंक किए गए हैं।
ऑपरेशन और गिरफ्तारीः
अपराध की गंभीरता और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स की भूमिका को देखते हुए, IFSO यूनिट के एसीपी मनीष जोरवाल की निगरानी में इंस्पेक्टर हरबीर के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम ने धोखाधड़ी में शामिल भुगतान गेटवे और बैंक खातों का विवरण इकट्ठा किया। जांच के दौरान पता चला कि EASEBUZZ और Phone Peके भुगतान गेटवे का उपयोग करके धोखाधड़ी की राशि को अन्य एकाउंट्सतक पहुंचाया गया। इन लेनदेन के विश्लेषण से चार खाते पहचाने गए, जिनका इस्तेमाल धोखाधड़ी की राशि को निकालने के लिए किया गया था। तकनीकी विश्लेषण और निगरानी के आधार पर, आरोपी जे. शिवराम को गिरफ्तार किया गया। बैंक खातों के विश्लेषण से पता चला कि 18 करोड़ रुपये इन खातों में स्थानांतरित किए गए थे।
पीड़ितों की राशि (18 करोड़ रुपये) आरोपी जे. शिवराम द्वारा संचालित सत्रुल्ला एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड के चार खातों में जमा की गई थी। आरोपी ने चेन्नई, तमिलनाडु के न्यू वॉशरमेनपेट में स्थित ऑफिस स्पेस को सत्रुल्ला एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड के नाम से लीज पर लिया था।
HIBOX एप्लिकेशन क्या है
HIBOX एक मोबाइल एप्लिकेशन है जो एक योजनाबद्ध धोखाधड़ी का हिस्सा था। इस ऐप के माध्यम से, ‘HIBOX’ ने सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और यूट्यूबर्स की मदद से मासूम लोगों को बहकाया और उन्हें मंच पर निवेश करने के लिए प्रेरित किया। आरोपी व्यक्तियों ने निवेशकों को 1% से 5% की दैनिक गारंटीड रिटर्न का वादा करके उन्हें आकर्षित किया, जो 30% से 90% मासिक हो जाता था। परिणामस्वरूप, 30,000 से अधिक लोगों ने HIBOX ऐप में अपनी मेहनत की कमाई का निवेश किया। हालांकि, अब यह प्लेटफ़ॉर्म निवेशकों को धन वापस करने में विफल हो गया है और आरोपियों ने नोएडा (उ.प्र.) में स्थित अपने कार्यालय को बंद कर दिया है। जे. शिवराम, निवासी न्यू वॉशरमेनपेट, चेन्नई, तमिलनाडु, उम्र 30 वर्ष को गिरफ्तार कर 04 खातों में 18 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं।
EASEBUZZ और Phone Peकी भूमिका की जांच चल रही है, क्योंकि HIBOX चलाने वाले धोखेबाजों के मर्चेंट खातों को, EASEBUZZ और PhonePe ने बिना उचित सत्यापन प्रक्रिया के और RBI के नियमों को दरकिनार कर वर्चुअली खोला गया था। जिसमे EASEBUZZ और Phone Peके कर्मचारियों की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता और इस संबंध में जांच जारी है।यूट्यूबर्स/सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स अभिषेक मल्हान @ फुकरा इंसान, एल्विश यादव, लक्षय चौधरी, और पुरव झा को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस जारी किये गये हैं।
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