नाइट ड्यूटी न होती तो… कुवैत अग्निकांड में कैसे बची 20 लोगों की जान? वजह जान होंगे हैरान
आग कुवैत में लगी और कोहराम भारत में मच गया. कुवैत के मंगफ अग्निकांड में टोटल 49 लोगों की मौत हुई है. इनमें से 40 लोग तो भारतीय हैं. बाकी बचे पाकिस्तान, नेपाल और अन्य देशों के हैं. यह आग कुवैत के मंगफ इलाके में विदेशी मजदूरों वाली एक बहुमंजिला इमारत में लगी. इस आग की लपट ऐसी थी कि किसी को संभलने का भी मौका नहीं मिला. देखते ही देखते लाशों के ढेर लग गए. बताया जा रहा है कि जब इमारत में आग लगी, तब सभी सोए हुए थे. इस इमारत में करीब 195 लोग रहते थे. इनमें से 92 लोग सुरक्षित बताए जा रहे हैं, जबकि 20 लोगों की जान तो उनकी नौकरी की वजह से बच गई.
कैसे बची 20 लोगों की जान
जी हां, विदेशी मजदूरों वाली इस इमारत में 20 लोगों की जान इसलिए बच गई, क्योंकि वे नाइट ड्यूटी पर गए हुए थे. जब आग लगी, तब सभी मजदूर गहरी नींद में सोए हुए थे. 195 लोगों में से सभी इमारत में थे, मगर 20 लोग नाइट ड्यूटी पर गए हुए थे. इनमें से 49 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 92 लोग सुरक्षित हैं. बाकि बचे 20 तो घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं थे. इस तरह से 20 लोगों का बाल भी बांका नहीं हुआ.
कैसे लगी आग?
अधिकारियों की मानें तो यह आग कुवैत के दक्षिणी अहमदी गवर्नेट के मंगफ क्षेत्र में छह मंजिला इमारत की रसोई में लगी. इमारत का मालिक कुवैती नागरिक है और इमारत बनाने वाली कंपनी भी कुवैत की है. इसमें रहने वाले 195 मजदूर एक ही एनबीटीसी कंपनी के थे. कुछ लोगों की मौत आग लगने से हुई तो कुछ की दम घुटने से. और कुछ मजदूरों की मौत बिल्डिंग से कूदने की वजह से हुई है. बताया जा रहा है कि रसोई में गैस सिलेंडर में ब्लास्ट की वजह से आग भयावह रूप से फैल गई.
कुवैत के अमीर शेख ने खाई सजा की कसम
कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबाह ने अधिकारियों को भीषण आग की जांच करने का आदेश दिया है. उन्होंने इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा देने का संकल्प लिया. वहीं, देश के युवराज शेख सबाह खालिद अल-हमद अल-सबाह और प्रधानमंत्री शेख अहमद अब्दुल्ला अल-अहमद अल-सबाह ने लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. कुवैत के गृह मंत्री शेख फहद अल-यूसुफ अल सबाह ने आग की घटना की जांच के आदेश दिए और अल-मंगफ इमारत के मालिक तथा चौकीदार को पकड़ने के निर्देश जारी किए. कुवैत टाइम्स ने अल सबाह के हवाले से कहा कि आज जो हुआ वह कंपनी और भवन मालिकों के लालच का नतीजा है.
पीएम मोदी ने की समीक्षा बैठक
दरअसल, यह आग अल-मंगफ नामक इमारत में लगी. इस अग्निकांड में कुल 49 लोगों की जान गई है. इमें से 40 से 42 के बारे में माना जा रहा है कि वे भारतीय थे. बाकी पाकिस्तान, फिलीपिन, मिस्र, नेपाल के नागरिक थे. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस घटना को ‘दुखद’ बताया. वहीं, उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव विनय क्वात्रा, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में इस घटना से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की. उन्होंने पीएम राहत कोष से मृतकों के परिवारों के लिए 2-2 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान भी किया.
कुवैत जा रहे विदेश राज्य मंत्री
प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश पर विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह आग में घायल हुए भारतीयों की सहायता की निगरानी करने और मारे गए लोगों के शवों को शीघ्र स्वदेश पहुंचाने के कार्य में सहयोग के लिए कुवैत जा रहे हैं. वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने फोन पर अपने कुवैती समकक्ष अब्दुल्ला अली अल-याह्या से बातचीत की और उनसे यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि आग लगने के कारण जान गंवाने वाले भारतीयों के शव शीघ्र भारत भेजे जाएं. बताया जा रहा है कि हताहत हुए भारतीयों में ज्यादातर केरल के हैं.
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