कांग्रेस के संभावित को टिकट नहीं मिलने से गड़बड़ाई वापसी की राह, महापंचायत तय करेगी बागियों के चेहरे
हल्द्वानी एसकेटी डॉट कॉम
हल्द्वानी और नैनीताल तथा भीमताल की सीट को अगर छोड़ दिया जाए तो कांग्रेस की बाकी की 3 सीटों पर संभावनाएं गड़बड़ आने लग गई है। कांग्रेस की सूची मैं रामनगर से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत कालाढूंगी से पूर्व सांसद महेंद्र सिंह पाल तथा लाल कुआं से पूर्व ब्लाक प्रमुख संध्या डालाकोटी का नाम घोषित हुआ है।
इन तीनों सीटों पर कई प्रत्याशियों के नाराज होने की खबरें सामने आ रही है उनके समर्थक मायूस नजर आ रहे हैं। रामनगर में कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रणजीत सिंह रावत अपने साथियों से सलाह मशविरा कर रहे हैं कि क्या वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे अथवा कुछ लोगों का एक समूह बनाकर कई विधानसभा क्षेत्रों में उन्हें खड़ा कर चुनाव लड़ेंगे। वही लाल कुआं विधानसभा क्षेत्र में पूर्व मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल और हरेंद्र बोरा के समर्थकों का भी पंचायत का बुलावा तय है। हरीश चंद्र दुर्गापाल के घर पर तो विगत दिवस पूर्व करीब 300 से अधिक कार्यकर्ताओं ने हरीश चंद्र दुर्गापाल को 2012 की याद दिलाते हुए इसे दोहराने की बात कही ।
वहीं कांग्रेस के नेता हरेंद्र बोरा के समर्थक भी उन्हें चुनाव लड़ने के लिए कह रहे हैं। सूत्रों के अनुसार कालाढूंगी विधानसभा क्षेत्र से टिकट के प्रबल दावेदार महेश शर्मा समर्थक भी 10:00 बजे उनके आवास पर विचार विमर्श करेंगे कि उन्हें क्या करना चाहिए कांग्रेस पार्टी के घोषित प्रत्याशी को लड़ाना चाहिए अथवा किसी अन्य दल से ताल ठोकने चाहिए। इन तीनों विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीद के विपरीत नए प्रत्याशी आए हैं।
लाल कुआं विधानसभा क्षेत्र से संध्या डालाकोटी का नाम पैनल में भी गया था और महिलाओं को वरीयता देते हुए जिले में एक महिला को क्रिकेट देखने गए अपने फैसले से कांग्रेस ने उनकी सक्रियता के चलते उन्हें टिकट दिया है। वही कालाढूंगी विधानसभा क्षेत्र में कई दावेदार होने के चलते बगावत की आशंका को खत्म करने के लिए हाईकमान ने भारी-भरकम चेहरे पूर्व सांसद महेंद्र सिंह पाल को यहां से टिकट दे दिया है जबकि यहां के पैनल में उनका नाम नहीं था और वह भीमताल विधानसभा क्षेत्र से टिकट मांग रहे थे। पार्टी ने मंथन करते हुए तथा यहां की बगावत को रोकने के लिए उन्हें यहां से मैदान में उतार दिया है।
वही हरीश रावत ने अपने वीटो का इस्तेमाल करते हुए वहीं से चुनाव लड़ने का इरादा करते हुए पार्टी ने उन्हें उनके इस आवेदन को स्वीकार करते हुए टिकट दे दिया है जिसकी वजह से वहां विगत 5 सालों से कार्यकर्ताओं के बीच सक्रिय रहे रंजीत सिंह रावत को रामनगर पलायन करने को कहा जा रहा है तथा उन्हें सल्ट विधानसभा सीट से लड़ने की पेशकश की है लेकिन वह रामनगर में डटे हुए हैं उन्होंने कहा कि वह रामनगर से कहीं जाएंगे नहीं और इस सीट से निर्दलीय लड़ेंगे इस संबंध में अपने साथियों से बातचीत कर रहे हैं
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