निजी अस्पताल में प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत, परिजनों ने लगाए लापरवाही के आरोप
उधमसिंह नगर के गदरपुर के सदलीगंज गांव में एक महिला और उसके नवजात बच्चे की अस्पताल में मौत हो गई. महिला और नवजात की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं.
निजी अस्पताल में प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत
सर्वेश सैनी सामाजिक कार्यकर्ता ने बताया कि उनके गांव की एक महिला को प्रसव के लिए गूलरभोज रोड स्थित सहारा अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल में तैनात चिकित्सकों की लापरवाही के कारण जच्चा-बच्चा की मौत हो गई. सैनी ने कहा कि अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर प्रशिक्षित नहीं हैं और ना ही अस्पताल में कोई महिला डॉक्टर है. सैनी ने आरोप लगाए कि अस्पताल में किसी भी तरह की इमरजेंसी सुविधा नहीं है.
परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लगाए लापरवाही के आरोप
स्थानीय युवक राजेंद्र कुमार ने बताया कि अस्पताल प्रशासन ने परिजनों से पैसे भी लिए और सादे कागज कर साइन कराए. उन्होंने ये भी कहा कि महिला को जानबूझकर 45 किलोमीटर दूर काशीपुर के निजी अस्पताल में रेफर किया गया. जहां पहुंचते ही दोनों को मृरत घोषित कर दिया गया. मृतक महिला के परिजनों ने पुलिस प्रशासन से मामले की गंभीरता से जांच करने की मांग की है. घटना के बाद से परिजनों में मातम पसरा हुआ है.
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 सच की तोप व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें