पोस्टमार्टम के बाद जिंदा हुआ इंसान! चिता पर आग देने के दौरान शरीर में हुई हरकत, मचा हडकंप

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आपने कई बार ऐसे किस्से सुने होंगे जिसमें मृत व्यक्ति को अंतिम संस्कार के लिए चिता पर रखा गया और वो एकदम से उठ गया। ऐसा ही एक मामला राजस्थान के झुंझुनूं (jhunjhunu) जिले से सामने आ रहा है। लेकिन इसकी कहानी थोड़ी अलग है। यहां एक शख्स का पोस्टमार्टम(post mortem) किया गया। साथ ही दो घंटो तक बॉडी मोर्चरी में डीप फ्रिजर में भी रखी गई। अंतिम संस्कार के दौरान मृत व्यक्ति जिंदा हो उठा। ये बात आपको काफी अटपटी लग रही होगी। लेकिन ऐसा सच में हुआ है।


राजस्थान के झुंझुनूं से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां गुरुवार को एक शख्स को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद लाश का पोस्टमार्टम भी किया गया। जैसे ही अंतिम संस्कार के लिए चिता पर लिटाया गया तो लाश में अचानक हरकत हुई। जिससे वहां मौजूद लोगों में सनसनी फैल गई। मृत व्यक्ति को आनन-फानन में अस्पताल में दोबारा से भर्ती कराया गया।

डॉक्टर्स को किया गया निलंबित
डॉक्टर्स की इतनी बड़ी लापरवाही को देखते हुए बीती रात को बीडीके अस्पताल के पीएमओ डॉक्टर संदीप पचार, डॉ. नवनीत मील और चिकित्सा अधिकारी मेडिसिन डॉ. योगेश जाखड़ को निलंबित कर दिया गया। इस मामले को लेकर झुंझुनूं कलेक्टर रामवतार मीणा ने मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया। साथ ही दोषियों पर कार्यवाही की भी बात कही है।

दो घंटे तक डीप फ्रिजर में रही बॉडी
खबरों की माने तो झुंझुनूं के बगड़ कस्बे के मां सेवा संस्थान में रह रहे मूक बधिर युवक रोहिताश को बेहोशी की हालत में बीडीके अस्पताल में लाया गया। जहां जांच के बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद शव को मोर्चरी में शिफ्ट कर दिया गया। दो घंटे तक बॉडी डीप फ्रिजर में रखी गई। जिसके बाद लाश को अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया गया।

युवक का चल रहा इलाज
अंतिम संस्कार के दौरान मृत बॉडी हरकत करने लगी। जिसके बाद लोगों द्वारा युवक को दोबारा बीडीके अस्पताल में ले जाया गया। फिलहाल युवक आईसीयू में भर्ती है और उसका इलाज चल रहा है।