करन माहरा ने रानीखेत विधायक पर लगाए माहौल बिगाड़ने के आरोप, कहा- भाजपा अपनी अंदरूनी लड़ाई में कांग्रेस को घसीट रही

Ad
Ad
ख़बर शेयर करें



कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने रानीखेत विधायक डॉ. प्रमोद नैनवाल पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने रानीखेत विधायक पर माहौल बिगाड़ने के आरोप के साथ ही योजनाओं का श्रेय लेने के भी आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि भाजपा अपनी अंदरूनी लड़ाई में कांग्रेस को घसीट रही है।


करन माहरा ने विधायक नैनवाल पर लगाए आरोप
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने रानीखेत विधायक डॉ. प्रमोद नैनवाल पर माहौल बिगाड़ने के आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही उन्होंने पूर्व में उनके द्वारा स्वीकृत योजनाओं का झूठा श्रेय लूटने का आरोप भी लगाया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा है कि भाजपा के विधायक खीज निकालने के लिए कांग्रेस को निशाना बना रहे हैं। मेरे कार्यकाल में स्वीकृत योजनाओं का फीता काट रहे हैं। उन्होंने कहा कि रानीखेत अस्पताल की हालत खराब हैं। सीएमएस पूरी तरह से विधायक के आगे नतमस्तक होकर रह गए हैं।

भाजपा अपनी अंदरूनी लड़ाई में कांग्रेस को घसीट रही
करन माहरा ने कहा कि भाजपा अपनी अंदरूनी लड़ाई में कांग्रेस को घसीट रही है जो कि हास्यास्पद है। विधायक जो भी आरोप लगा रहे हैं उन्हें सिद्ध करें नहीं तो वो कार्रवाई को भी तैयार रहें। माहरा ने नसीहत दी कि क्षेत्र का विकास लड़ाई झगड़े से कभी नहीं होता, विवादों से दूर रहकर विधायक को जनादेश का पालन करना चाहिए।

इसके साथ ही माहरा ने कहा कि पिछले दो सालों में क्षेत्र का विकास पूरी तरह से ठप है। उनके समय स्वीकृत कार्यों का झूठा श्रेय वर्तमान विधायक ले रहे हैं। विधायक का नाता केवल लड़ाई झगड़े तक सीमित होकर रह गया है। हर किसी को नोटिस की धमकी दी जा रही है। उनके पास भी न्यायालय के दरवाजे खुले हुए हैं। ग्रामीणों में डर का माहौल बना हुआ है।

जमीन कब्जाने के मामले में निर्दोष हैं तो करें जांच की पहल
करन माहरा ने कहा कि विधायक के भाई और उन्हीं की पार्टी के प्रधान के बीच मारपीट का मामला होता है। लेकिन पुतले विपक्षी पार्टी के जलाए जाते हैं जो कि हास्यास्पद है। इसके साथ ही माहरा ने कहा कि एक महिला ने उनकी पुश्तैनी जमीन पर कब्जा करने का मामला विधायक पर लगाया। इसमें भी विधायक के लोग इसे सुनियोजित बताकर उनका नाम उछाल रहे हैं।

माहरा ने कहा कि विधायक प्रमोद नैनवाल अगर जमीन कब्जाने के प्रकरण में निर्दोष हैं तो स्वयं मामले‌ की जांच के‌ लिए जिले के‌ एसएसपी और राजस्व अधिकारियों से इसकी पहल करें। उन्होंने कहा कि जमीन मामले में विधायक अपनी प्रेस‌वार्ता में जिस व्यक्ति को अपने बचाव में सामने लाए वो स्वयं दोषी है और उसके विरुद्ध एफआईआर दर्ज है