साइबर ठग को ही शख्स ने लगाया चूना, ऐसे ऐंठे हजारों रुपए, अब ठग अपने पैसो के लिए गिड़गिड़ा रहा

उत्तर प्रदेश के कानपुर(Kanpur) में साइबर ठगी का एक दिलचस्प मामला सामने आया है। अमुमन आपने ये खबर सुनी होगी कि साइबर ठग भोले-भाले लोगों को शिकार बनाते हैं। लेकिन इस बार कहानी बिल्कुल उलट थी। यहां पर एक युवक ने ना सिर्फ खुद को ठगी से बचाया। बल्कि ठग को ही अपने जाल में फंसा लिया। इस युवक ने चालाकी से ठग को ऐसा घुमाया कि वो खुद ही 10,000 रुपए गंवा बैठा और अब अपने पैसे वापस मांगने के लिए गिड़गिड़ाने लगा।
कैसे उलझाया ठग को?
दरअसल ये मामला कानपुर के बर्रा इलाके में रहने वाले भूपेंद्र सिंह से जुड़ा है। वो एक निजी कंपनी में काम करते हैं और पहले मीडिया में भी रह चुके हैं। साइबर ठगी के तरीकों से अच्छी तरह वाकिफ थे। छह मार्च को उनके पास एक कॉल आया। जिसमें कॉलर ने खुद को CBI और मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया। कॉलर ने भूपेंद्र पर अश्लील वीडियो देखने का आरोप लगाते हुए ‘डिजिटल अरेस्ट’(digital arrest) की धमकी दी।
लेकिन भूपेंद्र घबराए नहीं। बल्कि उन्होंने ठग को ही बेवकूफ बनाने की योजना बना ली। उन्होंने 16 साल के घबराए हुए किशोर की तरह बात करनी शुरू कर दी और गिड़गिड़ाने लगे कि “प्लीज मेरी मां को मत बताइए!” जबकि असल में उनकी मां का निधन हो चुका था।
ठग को उल्टा लग गया चूना
सात मार्च को भूपेंद्र ने ठग को सबक सिखाने का फैसला किया। उन्होंने ठग को एक कहानी सुनाई कि उनके पास एक सोने की चेन है। जिसे छुड़ाने के लिए पैसों की जरूरत है। लालच में आकर ठग ने उन्हें 3000 रुपये भेज दिए।
इसके बाद उन्होंने 500 रुपये ब्याज के नाम पर भी ठगवा लिए। फिर 4480 रुपये सुनार से चेन छुड़ाने के बहाने ऐंठ लिए। 10 मार्च को उन्होंने गोल्ड लोन का बहाना बनाकर 3000 रुपये और ठगवा लिए। कुल मिलाकर ठग को शख्स ने 10,000 रुपये का चूना लगा दिया था। इसके बाद ठग को समझ आ चुका था कि वो खुद ही जाल में फंस चुका है।
अब ठग खुद गिड़गिड़ा रहा है!
जब ठग को इस चीज का एहसास हुआ तो उसने भूपेंद्र से पैसे वापस मांगने शुरू कर दिए। एक सात मिनट 27 सेकंड की ऑडियो रिकॉर्डिंग में ठग को ये कहते सुना गया कि, “भाई प्लीज मेरे पैसे लौटा दो…मेरे बच्चों की होली है… मुझे उनके लिए पिचकारी और रंग खरीदना है।”
अभी भी कर रहा है कॉल
भूपेंद्र का कहना है कि ठग अब भी लगातार उन्हें कॉल कर रहा है और किसी भी तरह अपने पैसे वापस लेने की कोशिश कर रहा है। इस घटना ने दिखा दिया कि साइबर अपराधी हमेशा जीतते नहीं हैं, कभी-कभी शिकार भी शिकारी बन सकता है!
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