परीक्षा के दौरान चाय ने तोड़ा दिशा का डॉक्टर बनने का सपना, किसी ने नहीं सुनी तो हाईकोर्ट में लगाई गुहार

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एक परीक्षक की गलती के कारण जयपुर के बस्सी कस्बे की 18 साल की नीट स्टूडेंट दिशा शर्मा का सपना टूट गया है। दिशा जो पढ़ने में काफी होनहार है और डॉक्टर बनना चाहती है जिसके लिए वो नीट की परीक्षा दे रही थी लेकिन अचानक उसके पेपर पर परीक्षक के हाथ से चाय का कप गलती से छूटा और उसकी ओएमआर शीट खराब हो गई। इस गर्म चाय ने दिशा के डॉक्टर बनने के सपने को झुलसा दिया है। वहीं उसकी इस पीड़ा को परीक्षा हॉल में किसी ने भी नहीं सुना और अब उसने न्याय के लिए राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका दायर कर इंसाफ की मांग की है।


7 मई 2023 को नीट की परीक्षा आयोजित की गई थी। दिशा का एक्जाम सेंटर जयपुर के रामनगरिया इलाके में विवेक टैक्नो स्कूल में था। दिशा की परीक्षा दिन में 2 बजे से शुरू हुई। वहीं डेढ़ घंटा गुजरने के बाद जब वो पेपर सॉल्व कर अपनी ओएमआर सीट भर रही थी तो अचानक दिशा की शीट पर चाय गिर गई। चाय गिरने से उसके कई प्रश्नों के उत्तर मिट गए। बताया जा रहा है की परीक्षा में घूमते और निरीक्षण कर रहे इनविजिलेटर जब चाय की चुस्कियां ले रहे थे तो अचानक उनके हाथ से चाय का कप गिरा और दिशा की शीट खराब हो गई। वहीं इनविजिलेटर ने दिशा को केवल एक कपड़ा दिया और कहा इससे अपनी शीट साफ कर पेपर कंपलीट करो। इस दौरान उसे पेपर खत्म होने पर एक्स्ट्रा समय भी नहीं दिया गया।

दिशा ने लगाया इनविजिलेटर पर आरोप
वहीं दिशा ने इनविजिलेटर पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसे इनविजिलेटर ने कहा था कि उसे पेपर खत्म होने पर एक्सट्रा समय दिया जाएगा लेकिन जैसे ही पेपर खत्म हुआ तो उससे पेपर छीन लिया गया। इस कारण उसके 17 सवाल छूट गए, जो दिशा को पूरी तरह से आते थे। बता दें कि दिशा का कैमेस्ट्री का पेपर था जो करीब 33 प्रतिशत सॉल्व होने से रह गया है।

प्रिंसिपल ने नहीं की मदद
वही दिशा ने जब पूरा मामला प्रिंसिपल को बताया तो उन्होनें भी उसे केवल अपने रूम में आधे घंटे तक बैठाया रखा।

और जैसे ही सारे स्टूडेंट्स और पेरेंट्स चले गए तो उसे वहां से जाने को बोल दिया। दिशा मायूस होकर रोते हुए अपने घर लौटी।

दिशा ने पुलिस की मदद ली
वहीं दिशा के माता-पिता जब पुलिस का सहारा लेकर स्कूल गए तो दिशा के पिता को एंट्री नहीं दी गई। वही दूर से ही प्रिंसिपल ने ओएमआर शीट दिखाकर शीट के सही होने का दावा किया और वहां से जाने को बोला। वहीं प्रिंसिपल ने कहा कि मामले को रफा दफा करो मैं दिशा के सालभर का खर्चा उठा लूंगी। अब दिशा ने अपनी शिकायत हाईकोर्ट में लगाई है। दिशा का पूरा साल खराब हो गया है जिस कारण वो बहुत परेशान है।

4 जुलाई को हाईकोर्ट में सुनवाई
दिशा और उसके परिजनों की कहीं सुनवाई नहीं होने पर उन्होंने एडवोकेट अधिवक्ता रघुनंदन शर्मा की मदद से हाईकोर्ट में याचिका लगाई की। जस्टिस एमएम श्रीवास्तव और जस्टिस अनिल उपमन की डिविजनल बेंच ने पूरे मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए एनटीए से दिशा की ऑरिजनल ओएमआर शीट और पूरा रिकॉर्ड तलब किया है। परीक्षा सेंटर से लेकर क्लास रूम तक के सीसीटीवी फुटेज के साथ स्कूल प्रिंसिपल को 4 जुलाई को कोर्ट में उपस्थित रहने के आदेश दिए हैं।

पढ़ाई में होनहार है दिशा
बता दें कि दिशा एक होनहार छात्रा है। विज्ञान विषय में उसकी पकड़ काफी तेज है। 12वीं कक्षा में दिशा 99 % मार्क्स लाई थी। लेकिन नीट परीक्षा के दौरान परीक्षक की गलती के कारण उसकी सारी मेहनत पर पानी फिर गया है।