कांग्रेस -सीएम के चेहरे पर अध्यक्ष एवं प्रतिपक्ष में हुई रार बीच में कूदना पड़ा प्रभारी को
दून एसकेटी डॉटकॉम
कांग्रेस में नई पदाधिकारियों एवं 4-4 कार्यकारी अध्यक्षों पर अभी रार थमी ही नहीं थी की मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष में भी विवाद हो गया।
कांग्रेस ने अभी विगत 2 दिन पूर्व चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष एवं विभिन्न समितियों का मनोनयन किया था। इन मनोनयन जहां कई नेताओं ने अपनी राय जुदा रखी कहा कि 4-4 कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जाना उचित नहीं है इसके अलावा कई ऐसे पदाधिकारियों के मनोनयन पर भी सवाल उठाए गए कि उन्होंने पार्टी के खिलाफ विगत चुनाव में खिलाफत की और खुद भी चुनाव मैदान में कांग्रेस के प्रत्याशी को हराने में भरपूर योगदान दिया। इन नेताओं में पूर्व मंत्री नव प्रभात एवं धारचूला से विद्यायक हरीश धामी मुख्य रूप से शामिल थे।
यह मामला अभी थमा ही नहीं था की नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष के बीच विवाद गहरा गया नेता प्रतिपक्ष जहां सामूहिक रुप चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं वही प्रदेश अध्यक्ष का कहना है की कांग्रेस चुनाव में हरीश रावत के चेहरे को लेकर जाएगी। इन दोनों नेताओं के बयानों से जहां पार्टी में गलत संदेश गया वहीं इस मामले का पटाक्षेप करने के लिए प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव को मैदान में कूदना पड़ा। उन्होंने कहा कि हरीश रावत वरिष्ठ नेता जरूर हैं लेकिन चुनाव सामूहिक नेतृत्व मैं ही लड़ा जाएगा।
1 दिन पूर्व अपने पहले ही बयान में प्रदेश के नव नियुक्त अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि कांग्रेश हरीश रावत के चेहरे पर चुनाव मैदान में उतरेगी वही उनके इस बयान पर पलटा मारते हुए नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि कांग्रेस सोनिया और राहुल के सामूहिक नेतृत्व को रखकर चुनाव लड़ेगी। दोनों नेताओं के बयानों के बाद देवेंद्र यादव ने एंट्री करते हुए कहा कि पार्टी सामूहिक रूप से ही चुनाव लड़ेगी किसी चेहरे पर चुनाव नहीं लड़ा जाएगा
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