सर्दियों में ये लक्षण दिखे तो हो जाएं सावधान! हो सकता है ये कैंसर
सर्दियों के मौसम में अक्सर कई सारी बीमारियां इंसान को घेर लेती है। सर्दी, खांसी, जुकाम की समस्या इंसान को परेशान कर देती है। इन सभी की वजह से टॉन्सिल की समस्या भी हो जाती है। टॉन्सिल भी ठंड के मौसम में काफी परेशान करता है। जिन लोगों को नहीं पता उन लोगों को हम बता दें कि टॉन्सिल्स मुंह के अंदर पीछे वाले भाग में दो अंडाकार शेप में पैड होते हैं। इन्हें ही टॉन्सिल (Tonsil) कहा जाता हैं। चलिए जानते है कि टॉन्सिल कैंसर का रूप कैसे लेते है और इसके लक्षण (Tonsil Cancer Symptoms ) क्या हैं?
टॉन्सिल कैंसर ( What is Tonsil Cancer)
सर्दियों में गले में खराश सूजन की वहज टॉन्सिल इंफेक्शन भी हो सकता है। टॉन्सिल से हुए इंफेक्शन को टॉन्सिलिटिस कहते हैं।टॉन्सिल्स की समस्या किसी भी उम्र में व्यक्ति को परेशान कर सकती है। अमुमन टॉन्सिल्स हफ्ते भर में ही ठीक हो जाते है। हालांकि कई बार ये समस्या इतनी बढ़ जाती है कि व्यक्ति को इसकी वजह से फीवर तक आ जाता है। लंबे समय तक टॉन्सिल्स का इंफेक्शन कैंसर का भी रूप ले लेता है। असामान्य रूप से जब टॉन्सिल्स की कोशिकाए बढ़ने लगती हैं तब टॉन्सिल कैंसर में बदलता है।
इस कैंसर से पीड़ित लोगों को कुछ भी निगलने में काफी दिक्कत होती है। गर्दन मे दर्द और सूजन बढ़ने लगती है। साथ ही जबड़े में अकड़न और कान में दर्द की परेशानी भी देखने को मिलती है। ऐसे में अगर आपको भी ऐसे लक्षण है (Tonsil Cancer Symptoms) तो आपको सावधान होने की जरूरत है।
ये लक्षण दिखने पर हो जाए सावधान (Tonsil Cancer Symptoms)
- कुछ भी निगलने में परेशानी होना
- leaching के दौरान दर्द
- कान में लगातार दर्द होना
- आवाज बदल जाना
- वजन कम होना
- भूख न लगना
- बार-बार थकान महसूस होना
- सरवाइकल लिम्फ नोड में वृद्धि
- जबड़ा सख्त हो जाना
टॉन्सिलिटिस होते क्यों है?
ज्यादातर केसिस में टॉन्सिलिटिस सामान्य वायरस के संक्रमण की वजह से होते है। लेकिन कई बार बैक्टीरिया के संक्रमण से ही आपको टॉन्सिलिटिस हो सकता है। कई केसिस में स्ट्रेप्टोकोकल बैक्टीरिया की वजह से ही ये होता है। अगर समय पर इसका इलाज नहीं किया जाता तो स्थिति खतरनाक हो जाती है।
कितने प्रकार के टॉन्सिल्स होते हैं?
एक्यूट टॉन्सिलाइटिस(Acute Tonsillitis), क्रोनिक टॉन्सिलाइटिस (Chronic Tonsillitis), पेरिटॉन्सिलर एब्सेस (Peritonsillar Abscess), एक्यूट मोनोन्यूक्लियोसिस (Acute mononucleosis) और स्ट्रेप थ्रोट (Strep throat) टॉन्सिलाइटिस के टाइप्स है।
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