Atom Bomb: अगर पाकिस्तान करेगा परमाणु हमला?, तो कौन-कौन से भारतीय शहर होंगे निशाने पर?

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भारत और पाकिस्तान( India-Pakistan) के बीच हालात लगातार गर्म होते जा रहे हैं। पहलगाम में हुए हमले के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव अपने चरम पर है। सोशल मीडिया से लेकर चौक-चौराहों तक, हर जगह बस एक ही सवाल घूम रहा है। अगर जंग हुई तो क्या वाकई परमाणु बम(Atom Bomb) चलेंगे? लोग सोशल मीडिया पर तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं।

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भारत-पाक के बीच होगी जंग? india pakistan nuclear war

दरअसल पहलगाम हमले में 26 पर्यटकों की मौत के बाद भारत में गुस्से का माहौल है। भारत ने सिंधु जल संधि को रद्द कर पाकिस्तान को सीधे-सीधे चेतावनी दे दी है। जिसे पाकिस्तान ने ‘युद्ध की घोषणा’ जैसा माना है। ऐसे में लोगों का डर बढ़ना लाजमी है कि अगर बात हद से निकल गई और परमाणु हथियारों का इस्तेमाल हुआ तो नतीजे कितने भयानक होंगे।

पाकिस्तान के पास कितने परमाणु हथियार?

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर Pakistan परमाणु हमला करता है तो उसके निशाने पर भारत के वो शहर होंगे जो या तो रणनीतिक रूप से अहम हैं या फिर आर्थिक ताकत का प्रतीक। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की 2024 की रिपोर्ट बताती है कि भारत के पास 172 और पाकिस्तान के पास 170 परमाणु हथियार हैं। यानी की खतरा असली है।

कौन-कौन से भारतीय शहर सबसे ज्यादा खतरे में हैं?

ऐसे में दिल्ली सबसे बड़ा टारगेट हो सकता है क्योंकि ये भारत की सत्ता का केंद्र है। इसके अलावा मुंबई, जो देश की आर्थिक धड़कन है वो भी एक प्रमुख निशाना हो सकता है। बेंगलुरु जिसे भारत का टेक्नोलॉजी और रक्षा अनुसंधान का हब कहा जाता है, उस पर भी खतरा मंडरा सकता है। इनके साथ ही गुरुग्राम, गाजियाबाद, अहमदाबाद, गांधी नगर, कानपुर और जयपुर जैसे बड़े शहर भी इस लिस्ट में शामिल हैं।

अगर पाकिस्तान हमला करेगा तो भारत भी चुप नहीं बैठेगा

अगर पाकिस्तान ने भारत पर पहला परमाणु हमला किया तो जवाब में भारत भी उसके प्रमुख शहरों—लाहौर, इस्लामाबाद, कराची, रावलपिंडी और पेशावर पर पलटवार कर सकता है। यानी जंग सिर्फ सीमाओं तक सीमित नहीं रहेगी। बड़े-बड़े शहरों का नामोनिशान मिट सकता है।

परमाणु युद्ध के बाद कैसी होगी जिंदगी?

परमाणु हमले का मतलब सिर्फ शहरों का तबाह होना नहीं है। इसके बाद रेडिएशन, भयानक भूखमरी, पानी की किल्लत और सामाजिक अराजकता जैसी समस्याएं सालों तक पीछा करेंगी। हिरोशिमा और नागासाकी का उदाहरण बताता है कि परमाणु हमले के तत्काल बाद लाखों लोग मारे जा सकते हैं। तो वहीं बचे हुए लोग भी ताउम्र बीमारियों और तकलीफों के साथ जीने को मजबूर हो जाते हैं।