यहाँ शिक्षक को गुलदार ने बनाया निवाला स्कूल जाते बच्चों को मिले खून से सने कपडे एवं चप्पल (देखें वीडियो )

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पर्वतीय इलाकों में गुलदार समेत जंगली जानवरों का आतंक बना हुआ है कहां पर रह रहे लोगों को इनका निवाला बनना पड़े इसका भरोसा नहीं. एक शिक्षक जो मैं अकेला रहता था और स्कूल में अध्यापन कराता था को सोमवार की शाम गुलदार ने बाजार से लौटते वक्त अपना निवाला बना लिया. जिसकी सूचना लोगों को सुबह स्कूल जाते हुए बच्चों से मिली जब वह स्कूल जा रहे थे तो उन्हें खून के धब्बे खून से सने हुए कपड़े वह चप्पल दिखाई दिए जिसके बाद उसकी सूचना स्थानीय लोगों को दी गई और ढूंढ खोज करने पर पता चला कि यह कपड़े वह चप्पल जगदीश चंद्र अस्नोड़ा के हैं .

गुलदार के टीचर को निवाला बनाने की कहानी गांव वालों की जुबानी

यह घटना विधानसभा क्षेत्र नौगांव गांव की है जहाँ गुलदार ने एक युवक को निवाला बना लिया। मंगलवार सुबह युवक का क्षत-विक्षत शव गांव से एक किमी दूर मिला।

शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत है। ग्रामीणों ने गांव में पिंजड़ा लगाकर गुलदार को आदमखोर घोषित करने की मांग की।


जानकारी के अनुसार, चमड़खान क्षेत्र अंतर्गत ग्रामसभा नौगांव के फयाटनौला गांव का निवासी जगदीश चंद्र असनौड़ा (40) पुत्र स्व.बिशन दत्त असनौड़ा गांव में अकेला रहता था।

ग्रामीणों के अनुसार, जगदीश का परिवार दिल्ली में रहता है, जबकि वह लॉकडाउन के बाद से गांव में रह रहा था। सोमवार देर शाम बारिश के दौरान वह गांव से करीब दो किमी दूर बाजार से सामान खरीदकर घर लौट रहा था।

रास्ते में गुलदार ने जगदीश पर हमला कर दिया। मंगलवार सुबह स्कूल जा रहे प्राथमिक स्कूल कनोलीखाल के बच्चों और शिक्षकों ने रास्ते में खून पड़ा देखा। सूचना पर पहुंचे ग्रामीणों को आसपास जगदीश के चप्पल और कपड़े मिलने पर उसकी तलाश की गई।

नौले के पास झाड़ियों में जगदीश का क्षत-विक्षत शव मिला। शव का पिछला हिस्सा गुलदार ने खा डाला था। रेंजर तापस मिश्रा ने बताया कि गांव में पिंजड़ा लगाने, गुलदार को आदमखोर घोषित करने की कार्यवाही शुरू कर दी है।