हल्द्वानी: अपनी ही सरकार पर बरसे विधायक भगत, अफसरों को दी चेतावनी — “जरूरत पड़ी तो धरने पर बैठ जाऊंगा”

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हल्द्वानी/कालाढूंगी:
विधानसभा में हवा हवाई बात करने वाले विपक्ष के विधायकों के साथ तू तू मै मै करने वाले एवं धरने में बैठने में माहिर और अपनी ही सरकार में फजीहत कराते भाजपा के वरिष्ठ नेता और सात बार के विधायक बंशीधर भगत ने शुक्रवार को एक बार फिर अपनी ही सरकार के अफसरों पर सियासी गुस्सा उतार दिया। कालाढूंगी में आयोजित जनसमस्या समाधान शिविर उस वक्त रणभूमि बन गया जब जनता ने सड़कों, पेयजल और विकास कार्यों की लापरवाही पर अफसरों की पोल खोल दी।जैसे ही शिकायतों की झड़ी लगी, भगत का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया। उन्होंने विभागीय इंजीनियरों की तरफ उंगली उठाते हुए बोले “मैं तुम्हारे खिलाफ धरने पर बैठूंगा, और जब तक एक्सईएन से लेकर जेई तक सस्पेंड नहीं होंगे, तब तक नहीं उठूंगा।विधायक का ये ऐलान सुनते ही बैठक कक्ष में सन्नाटा पसर गया। अफसर बगलें झांकने लगे और कुछ नोटबुक में बातें दर्ज करने का दिखावा करते रहे। भगत ने कहा कि बजट तो है, योजनाएं भी हैं, लेकिन काम सिर्फ फाइलों में चल रहा है। जनता की परेशानियां सुनने वाला कोई नहीं। अधिकारी जनहित के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और समयबद्ध तरीके से जनहित के कार्य पूरे करने होंगे।शिविर में सिंचाई विभाग, जल निगम, जल संस्थान, लोक निर्माण विभाग और शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद थे, लेकिन किसी के पास ठोस जवाब नहीं था। विधायक ने कहा कि क्षेत्र में पेयजल लीकेज, जर्जर सड़कें और अधूरे निर्माण कार्य जनता की नाराज़गी का कारण बन रहे हैं। राजनीतिक हलकों में कहा जा रहा है कि भगत का यह तेवर सरकार की अंदरूनी खींचतान की झलक भी देता है। क्योंकि यह पहला मौका नहीं है जब उन्होंने अपनी ही सरकार के अफसरों पर निशाना साधा हो।कुछ महीने पहले उन्होंने हल्द्वानी कोतवाली के बाहर पुलिस के खिलाफ धरना दिया था, लेकिन अगले ही दिन सुर बदलते हुए नैनीताल पुलिस की जमकर तारीफ कर डाली थी।लोगों का कहना है कि भगत का यह गुस्सा जनता के लिए हो सकता है, पर उसकी आंच अफसरों से ज्यादा सत्ता की दीवारों तक भी पहुंच रही है। कहीं यह ‘धरना चेतावनी’ सिर्फ दबाव की राजनीति का हिस्सा तो नहीं?