ग्राफिक एरा छात्र की संदिग्ध मौत- मौत से पहले माँ को किए वीडियो कॉल ने उठा दिए फांसी लगाने की बात पर सवाल

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लालकुआं skt. com

ग्राफिक एरा के छात्र मौत की खुलासा से पहले यह गुत्थी उलझती जा रही है। दिव्यांशु ने अपनी मौत से पहले अपनी मां को वीडियो कॉल करके कहा कि मुझे बचा लो उन्होंने मुझे बहुत मारा है अब मैं घर नहीं आ पाऊंगा यह बात उसके मामा मथुरादत्त नैनवाल ने बताई। उ जीजी ने यह बताया कि 3:05 पर तो दोस्त का फोन आया कि दिव्यांशु ने फांसी लगाकर बहुत को गले लगा लिया है जब उनसे यह पूछा कि वह कहां है तो उसने कहा मंडी बाईपास के जंगल में है मां से जब दिव्यांशु ने बात की तो वह बहुत घबराया हुआ था उसने कहा कि उसे बहुत मारा है तथा वह अब घर नहीं आ पाएगा इसके बाद फोन कट गया इस फोन में इस फांसी लगाने वाली कहानी पर भी सस्पेंस खड़ा कर दिया

हल्द्वानी कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत मंडी बाईपास के पास जंगल में ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय के 19 वर्षीय छात्र दिव्यांशु पाण्डे का शव मिलने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। दिव्यांशु लालकुआं विधानसभा के हल्दूचौड़ दौलिया का निवासी था और एक होनहार छात्र के रूप में जाना जाता था।

शनिवार शाम को जंगल के भीतर उसका शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला। सूचना मिलने पर सीओ सिटी नितिन लोहनी और कोतवाल राजेश यादव पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, जबकि फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य और सैंपल इकट्ठा किए।
घटना के बाद दिव्यांशु के परिजन मौके पर पहुंचे और इस हृदयविदारक घटना से स्तब्ध रह गए। उनका कहना है कि दिव्यांशु किसी विवाद में नहीं था, और उसकी मौत के पीछे गहरी साजिश हो सकती है। घटना के बाद क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, ग्राम प्रधान और सामाजिक कार्यकर्ता भी घटनास्थल पर पहुंचे।

उन्होंने पुलिस से निष्पक्ष जांच और दोषियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की। क्षेत्रवासियों का कहना है कि लालकुआं और उसके आसपास के क्षेत्रों में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है, जिससे लोगों में भय और असुरक्षा की भावना बढ़ रही है।

भले ही यह मामला लाल कुआं क्षेत्र से बाहर का हो, लेकिन यहां के निवासियों ने भी इस घटना पर नाराजगी जताई है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने राज्य सरकार से दिव्यांशु के परिवार को 20 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की है।
उनका कहना है कि इस घटना ने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है और पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता के साथ न्याय मिलना चाहिए। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। फॉरेंसिक टीम के सबूत और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर घटना की सच्चाई सामने आने की उम्मीद है।

सामाजिक कार्यकर्ताओ का कहना है कि यह घटना न केवल दिव्यांशु के परिवार बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक गहरा आघात है। सरकार को लालकुआं और हल्द्वानी क्षेत्र में अपराध पर नियंत्रण के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए। उन्होंने छात्रों और युवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विश्वविद्यालय और अन्य संस्थानों में सुरक्षा उपाय लागू करने की भी मांग की है।

दिव्यांशु की संदिग्ध मौत ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश और दुख का माहौल पैदा कर दिया है। अब सभी की नजरें पुलिस की जांच और सरकार की प्रतिक्रिया पर हैं। क्षेत्रवासियों को उम्मीद है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा।