हलद्वानी के स्कूल के टूर के साथ बरेली गई छात्रा की डूबने से मौत, परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर लगाया लापरवाही

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हल्द्वानी के हीरानगर स्थित एक स्कूल का एक टूर बाल दिवस जयंती के अवसर पर बरेली के फन सिटी पार्क में मौज मस्ती करने के लिए गया था सभी स्टाफ और बच्चे वहां मौज मस्ती करने से खुश थे लेकिन उनकी खुशी कुछ ही देर में काफूर हो गई जब कक्षा 12वीं की की वाटर पार्क में डूबने से मौत हो गई।

परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करने की बात कही है वही यह बताया गया कि स्कूल के प्रबंधन द्वारा लापरवाही बरती गई । जब छात्रा डूबने लगी तो उसके साथ की अन्य लड़कियों ने उसे खींच कर बाहर निकाला जबकि फन सिटी के मैनेजर इंचार्ज भी वहां पर मौजूद नहीं थे स्कूल प्रबंधन की ओर से गए तीन सदस्य भी घटना स्थल जहां पर लड़की डूबी वहां पर नहीं बताए गए। अन्य छात्राओं ने पानी में खींच कर लड़की को बाहर निकला। जब स्कूल प्रबंधन के टूर के साथ गए सदस्यों को इस बात का पता चला आनन फानन में लड़की को अस्पताल ले जाया गया।। घटना की जानकारी के बाद इज्जतनगर इंस्पेक्टर पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गये।

इसके बाद उसे गंभीर हालत में शहर के निजी अस्पताल ले जाया गया। यहाँ अस्पताल से प्रबंधन ने बरेली जैसे बड़े शहर के अस्पताल से हलद्वानी जैसे अपेक्षाकृत कम संसाधनों युक्त अस्पताल को रेफर कराया। जिससे परिजनों मे आक्रोश है उन्होंने स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया।


जानकारी के अनुसार गुरुवार सुबह को हल्द्वानी के केबीएम पब्लिक स्कूल, हीरानगर की उप प्रधानाचार्य एकता साह, रमेश चंद्र गुरुरानी एवं रेनू कोलिया के नेतृत्व में नौवीं से बारहवीं कक्षा तक के लगभग 250 छात्र चार बसों से फन सिटी, बरेली घूमने आये थे।

फन सिटी के स्विमिंग पूल और स्लाइडिंग एरिया में मस्ती के दौरान, 12वीं कक्षा की छात्रा अंजलि रावत (उम्र 17 वर्ष), पुत्री राजेंद्र सिंह रावत, नैनी व्यू कॉलोनी, जयसिंह भगवानपुर, हल्द्वानी निवासी, पानी मे डूबने लगी। जैसे ही अंजलि पानी में गिरी, उसकी सहेलियों और वहां मौजूद शिक्षकों ने तत्परता दिखाते हुए उसे तुरंत बाहर निकाला। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उसे तुरंत संभव हॉस्पिटल ले जाया गया। अस्पताल पहुंचने पर अंजलि बेहोशी की हालत में थी। डॉक्टरों की टीम ने तुरंत इलाज शुरू किया।


छात्रा के बेहोश होने की सूचना हल्द्वानी में उसके परिवार वालों को दी गई। इसके बाद परिवार वालों ने फोन पर डाक्टरों से बात की। उनकी सहमति पर अंजलि को हल्द्वानी के लिए रेफर किया गया। छात्रा की मौत हो गई। छात्रा के पिता राजेंद्र सिंह रावत समेत परिवार वालों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुये मामले में कार्रवाई की मांग की है। इस घटना से अन्य छात्र भी घबरा गये। शिक्षकों ने उन्हें समझा-बुझाकर स्थिति को नियंत्रित किया। इसके बाद सभी के परिवार वालों को फोन कर बच्चों को उनके सुपुर्द किया गया है।