गौला से उठाया माल, 3 जेई एवं ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर

हल्द्वानी skt. com
गौला से अवैध तरीके खनन निकालने एवम उसे स्टेडियम की दीवार में इस्तेमाल करने से पहले किसी तरह के वैध तरीका नही मिलने पर वन विभाग की ओर से सिचाई विभाग के 3 जेई एवम ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
गौलापार स्थित अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की सुरक्षा दीवार के निर्माण कार्य के दौरान गौला नदी से अवैध खनन का बड़ा मामला सामने आया है। वन विभाग ने सिंचाई विभाग के तीन जूनियर इंजीनियरों और ठेकेदार पर खनन चोरी का मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि स्टेडियम बचाव के लिए निर्माण सामग्री वैध स्रोत से न लेकर सीधे नदी से चुराई गई।
गौरतलब है कि गौलापार स्टेडियम के पास बीते वर्ष भारी बारिश के दौरान गौला नदी ने कटान कर दी थी, जिससे स्टेडियम को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया था। इसके चलते स्टेडियम की सुरक्षा दीवार बनाने का निर्णय लिया गया और सिंचाई विभाग को 36 करोड़ रुपये की लागत से यह काम सौंपा गया।
इस वर्ष फरवरी में शुरू हुए निर्माण कार्य के दौरान ठेकेदार द्वारा निर्माण सामग्री गौला नदी से ही उठाई जा रही थी। हालांकि यह निर्माण कार्य सिंचाई विभाग के अधीन था, पर इस अवैध खनन पर किसी का ध्यान नहीं गया।
दो दिन पहले पकड़ी गई चोरी की सामग्री –
वन विभाग के निरीक्षण में दो दिन पहले कार्यस्थल पर मौजूद खनन सामग्री की जब जांच की गई तो कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए जा सके। डीएफओ तराई पूर्वी, हिमांशु बागरी ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह साबित हो गया कि सामग्री नदी से अवैध रूप से ली गई है। इसके बाद गौला रेंज में ठेकेदार और तीन जेई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
दीवार का 45% काम हो चुका है –
इस सुरक्षा दीवार की लंबाई 460 मीटर और ऊंचाई नौ मीटर प्रस्तावित है। सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता एम. खरे ने बताया कि दीवार का लगभग 45 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। मामले में आगे की कार्रवाई उच्चाधिकारियों के निर्देश पर की जाएगी।
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